For the best experience, open
https://m.dainiktribuneonline.com
on your mobile browser.
Advertisement

भगवान बुद्ध के हरियाणा आगमन को मिलेगी अंतर्राष्ट्रीय पहचान

08:28 AM Jun 20, 2025 IST
भगवान बुद्ध के हरियाणा आगमन को मिलेगी अंतर्राष्ट्रीय पहचान
चंडीगढ़ में पर्यटन मंत्री अरविंद शर्मा को भगवान बुद्ध के हरियाणा आगमन से संबंधित प्रमाणों की रिपोर्ट सौंपता प्रतिनिधिमंडल।
Advertisement

चंडीगढ़, 19 जून (ट्रिन्यू)
हरियाणा में भगवान बुद्ध के आगमन को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने की तैयारी विरासत व पर्यटन विभाग द्वारा की जाएगी। विरासत व पर्यटन मंत्री डॉ़ अरविंद शर्मा ने कहा कि प्रदेश में भगवान बुद्ध की यात्रा के विभिन्न स्थानों को विकसित करने के साथ-साथ सांस्कृतिक, ऐतिहासिक व आध्यात्मिकता को बढ़ावा दिया जाएगा। इसकी शुरुआत यमुनानगर के गांव टोपरा कलां में भगवान बुद्ध के स्तूप निर्माण के साथ होगी।
बृहस्पतिवार को यहां हरियाणा सिविल सचिवालय स्थित कार्यालय में विरासत व पर्यटन मंत्री डॉ़ अरविंद शर्मा से भारतीय राष्ट्रीय कला एवं सांस्कृतिक विरासत ट्रस्ट यमुनानगर चैप्टर के प्रतिनिधियों सिद्धार्थ गौरी व विंग कमांडर अमन मेहता ने मुलाकात करते हुए टोपरा कलां में बौद्ध स्तूप निर्माण व हरियाणा बौद्ध सर्किट की स्थापना को लेकर चर्चा की। प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में हरियाणा की सांस्कृतिक विरासत को दुनिया के मानचित्र पर लाने के लिए प्रयासरत है। प्रतिनिधिमंडल के पदाधिकारियों ने बताया कि टोपरा कलां स्थित अशोक एडिक्ट पार्क ऐतिहासिक महत्व का स्थल है, जहां 2019 में 30 फुट व्यास का अशोक चक्र स्थापित किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-20 की शुरुआत टोपरा स्तंभ के अभिलेख से की थी। उन्होंने बताया कि भगवान बुद्ध ने हरियाणा आगमन में टोपरा कलां में जिस स्थान पर महासत्तिपठन सुत्त का उपदेश दिया था, वहां पर 55 फुट ऊंचा बौद्ध स्तूप स्थापित किया जाएगा। यह स्तूप हरियाणा में लगभग 700 वर्षों बाद बनने वाला महत्वपूर्ण बौद्ध स्मारक होगा। इसके लिए 250 से अधिक ग्रामीणों ने इसके समर्थन में हस्ताक्षर किए हैं, जो स्थानीय विरासत के पुनरुत्थान की भावना को दर्शाता है। कैबिनेट मंत्री ने हरियाणा पर्यटन विकास निगम के प्रबंध निदेशक डॉ. शालीन को निर्देश देते हुए कहा कि टोपरा कलां में स्तूप निर्माण योजना को समयबद्ध तरीके से क्रियान्वित किया जाए। प्रस्तावित बौद्ध सर्किट हरियाणा की प्राचीन बौद्ध यात्रा को दर्शाएगा, जो अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों को आकर्षित करेगा। इसमें दिल्ली और चंडीगढ़ में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे व राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ाव भी अपनी अहम भूमिका निभाएगा। डॉ़ शर्मा ने कहा कि बौद्ध सर्किट हरियाणा में सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और आध्यात्मिक पर्यटन को प्रोत्साहित करेगा।

Advertisement

बौद्ध सर्किट का होगा निर्माण

प्रस्तावित बौद्ध सर्किट में प्रमुख स्थल टोपरा कलां, चनेटी, आदि बद्री, ब्रह्मसरोवर, असंध और अग्रोहा को शामिल करने के लिए विशेष कार्य योजना तैयार करते हुए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मुलाकात करते हुए इसके विस्तार पर चर्चा की जाएगी। भारतीय राष्ट्रीय कला एवं सांस्कृतिक विरासत ट्रस्ट यमुनानगर चैप्टर के प्रतिनिधिमंडल ने कैबिनेट मंत्री का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि उन्होंने विरासत एवं पर्यटन विभाग के अधिकारियों को बौद्ध स्तूप और बौद्ध सर्किट के संबंध में शीघ्रता से कार्य आरंभ करने के निर्देश दिए हैं। यह परियोजनाएं न केवल क्षेत्रीय विकास, बल्कि हरियाणा की समृद्ध ऐतिहासिक विरासत के संरक्षण और वैश्विक स्तर पर सांस्कृतिक पहचान को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल साबित होंगी।

Advertisement
Advertisement
Advertisement