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Lok Sabha Winter Session: इस महीने के अंत तक ट्रेनों में जुड़ेंगे एक हजार सामान्य कोच

02:53 PM Dec 04, 2024 IST
सदन में अपनी बात रखते अश्विनी वैष्णव। फोटो स्रोत संसद टीवी एक्स अकाउंट

नयी दिल्ली, 4 दिसंबर (भाषा)

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Lok Sabha Winter Session: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 1989 के रेलवे अधिनियम के साथ 1905 के भारतीय रेलवे बोर्ड अधिनियम को एकीकृत करने के प्रावधान वाला एक विधेयक बुधवार को लोकसभा में पेश किया और कहा कि इसके पारित होने से रेलवे की क्षमता में इजाफा होगा। वैष्णव ने ‘रेल संशोधन विधेयक, 2024' को सदन में चर्चा और पारित करने के लिए पेश किया।

उन्होंने कहा कि रेलवे शुरुआत में लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) का एक अंग होता था और 1905 में इसे पीडब्ल्यूडी से अलग कर नया रेलवे बोर्ड बनाया गया। वैष्णव ने कहा कि 1989 में नया रेलवे अधिनियम कानून लाया गया, लेकिन उसमें 1905 के रेलवे बोर्ड कानून को एकीकृत नहीं किया गया जो कि उसी समय किया जाना चाहिए था।

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उन्होंने कहा, ‘‘रेलवे अधिनियम 1989 में भारतीय रेलवे बोर्ड अधिनियम 1905 को एकीकृत करने के लिए ही यह विधेयक लाया गया है। इस विधेयक के पारित होने से रेलवे की क्षमता और विकास में इजाफा होगा।''

वैष्णव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 10 साल में रेलवे ने बहुत विकास किया है। वैष्णव ने बताया कि गरीब यात्रियों के लिए इस महीने के अंत तक रेलगाड़ियों में एक हजार सामान्य कोच जोड़े जाएंगे और कुल मिलाकर 10 हजार नए डिब्बे जोड़ने का कार्यक्रम है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार में रेलवे का बजट बढ़ा है, रेलवे का विद्युतीकरण बढ़ा है तथा इसका नेटवर्क भी तेजी से बढ़ रहा है।

वैष्णव ने कहा कि मोदी सरकार ने रेलवे में सुरक्षा पर भी ध्यान दिया है और उसी का परिणाम है कि जहां संप्रग सरकार के समय एक साल में औसतन 153 रेल हादसे होते थे, वहीं पिछले साल 40 रेल दुर्घटनाएं सामने आईं और इस साल अब तक 29 रेल हादसे दर्ज किए गए हैं। उन्होंने कहा कि रेल हादसों को और कम करने के लिए ध्यान दिया जा रहा है।

लोकसभा में उठा निजी बीमा कंपनियों द्वारा पूरी ‘क्लेम' राशि का भुगतान नहीं करने का मुद्दा लोकसभा में उठा

स्वास्थ्य बीमा के तहत ‘क्लेम' की गई पूरी राशि का लाभ पॉलिसी धारकों को नहीं मिलने पर चिंता जताते हुए भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने बुधवार को सरकार से अनुरोध किया कि इस ओर ध्यान दिया जाए और मध्यम वर्ग का संरक्षण किया जाए।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य सूर्या ने लोकसभा में शून्यकाल में इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि देश में बड़ी संख्या में लोग निजी बीमा कंपनियों से स्वास्थ्य बीमा लेते हैं और काफी अधिक प्रीमियम का भुगतान करते हैं, ताकि कठिन समय में उनके तथा उनके प्रियजनों के इलाज के लिए राशि मिल सके।

उन्होंने भारतीय बीमा ब्रोकर्स संघ के पिछले साल जारी आंकड़ों के हवाले से कहा कि 15 निजी बीमा कंपनियों में से केवल 10 ने 80 प्रतिशत से कम क्लेम राशि का भुगतान किया और इन 15 में से केवल तीन बीमा प्रदाताओं ने ही क्लेम की गई राशि के 75 प्रतिशत से अधिक का भुगतान किया। सूर्या ने आंकड़ों के हवाले से दावा किया कि कुछ निजी स्वास्थ्य बीमा प्रदाता कंपनियां केवल 56 से 60 प्रतिशत क्लेम राशि का भुगतान करती हैं।

उन्होंने कहा कि यह एक गंभीर मुद्दा है जिस पर वह वित्त मंत्री का ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं। सूर्या ने सरकार से अनुरोध किया कि बीमा धारकों के क्लेम की राशि उन्हें समय पर मिले और मध्यम वर्ग का संरक्षण हो। तृणमूल कांग्रेस के कीर्ति आजाद ने आम लोगों को विभिन्न कंपनियों के अनावश्यक फोन कॉल से होने वाली परेशानियों का मुद्दा शून्यकाल में उठाते हुए कहा कि मोबाइल फोन पर ‘डू नॉट डिस्टर्ब' (डीएनडी) सेवा लागू होने के बावजूद गैरजरूरी फोन कॉल आते हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनियों के वितरक लोगों के मोबाइल नंबर समेत निजी जानकारी अन्य लोगों को बेच रहे हैं। आजाद ने कहा कि इस संबंध में भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) के पास पर्याप्त अधिकार नहीं हैं। उन्होंने सरकार से मांग की कि बार-बार फोन करके लोगों की निजता का हनन करने वाली कंपनियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।

समाजवादी पार्टी के सदस्य सनातन पांडेय ने नमामि गंगे योजना के तहत व्यय की जांच किसी उच्च समिति से कराने की मांग करते हुए कहा कि यह पता लगाना चाहिए कि योजना में जो खर्च हो रहा है, उसका लाभ धरातल पर पहुंच रहा है या नहीं। आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के सदस्य चंद्रशेखर ने गुरु रविदास जयंती पर राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने की मांग सरकार से की।

बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार का मुद्दा लोकसभा में उठा

बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार और एक हिंदू पुजारी को गिरफ्तार करने का मुद्दा बुधवार को लोकसभा में उठाते हुए हेमा मालिनी समेत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कुछ सदस्यों ने पड़ोसी देश में हिंदुओं की सुरक्षा के लिए केंद्र सरकार से हस्तक्षेप का अनुरोध किया और संसद से एक प्रस्ताव पारित करने की भी मांग की। शून्यकाल में इस विषय को उठाते हुए मथुरा से भाजपा सांसद हेमा मालिनी ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर और इस्कॉन संस्था एवं उसके अनुयायियों पर चरमपंथियों द्वारा किए जा रहे हमले निंदनीय हैं।

उन्होंने हिंदू पुजारी चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी का उल्लेख करते हुए कहा कि इस्कॉन के लोग मानवता के लिए अच्छा काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘चिन्मय कृष्ण दास बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन उन्हें राजद्रोह का आरोप लगाकर जेल में डाल दिया गया। उनके पक्ष में गवाही देने वाले दो लोगों को भी जेल में डाल दिया गया।'' हेमा मालिनी ने कहा, ‘‘मैं स्वयं कृष्ण भक्त हूं और इस्कॉन की अनुयायी हूं। मैं कृष्ण की पावन नगरी मथुरा की प्रतिनिधि हूं। हम धर्म पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं करेंगे। यह विदेश नीति का विषय नहीं है, बल्कि हमारी भावना का विषय है।''

उन्होंने कहा कि बांग्लादेश सरकार को हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। असम से भाजपा सांसद दिलीप सैकिया ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के मुद्दे को उठाते हुए मांग की, ‘‘भारतीय संसद में एक प्रस्ताव पारित कर बांग्लादेश सरकार को हिंदुओं पर अत्याचार रोकने के लिए कार्रवाई करने का संदेश भेजा जाना चाहिए।'' सत्तारूढ़ दल के ही अनिल फिरोजिया ने इस मामले में भारत सरकार से और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से हस्तक्षेप का अनुरोध किया।

सदस्यों के आगमन के समय प्रवेश द्वार को अवरुद्ध नहीं किया जाए: लोकसभा अध्यक्ष

विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया' के कई घटक दलों के सांसदों द्वारा अदाणी समूह से जुड़े मुद्दे को लेकर बुधवार को संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन करने की पृष्ठभूमि में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आज कहा कि सदस्यों को संसद के प्रवेश द्वार को अवरुद्ध नहीं करना चाहिए।

बिरला ने सदन में कहा, ‘‘मैंने पूर्व में भी आग्रह किया था, फिर आज आग्रह कर रहा हूं..... संसद भवन के प्रवेश द्वार पर अवरोध होने की शिकायत कई सदस्यों ने की है। मेरा सभी राजनीतिक दलों से आग्रह है कि संसद भवन में आगमन के समय प्रवेश द्वार को अवरुद्ध नहीं करें।'' अध्यक्ष ने कहा कि विशेष रूप से महिला सांसदों ने उनसे संसद में प्रवेश के समय कठिनाई होने की बात व्यक्तिगत रूप से आकर कही है। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने व्यवस्था दी है और पुन: आज व्यवस्था दे रहा हूं। सदस्यों को कोई परेशानी है तो मुझे आकर मिलें। लेकिन प्रवेश द्वार पर अवरोध नहीं हों। हमारा व्यवहार संसद की मर्यादा के अनुरूप हो।''

विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस' (इंडिया) के कई घटक दलों के सांसदों ने अदाणी समूह से जुड़े मुद्दे को लेकर बुधवार को संसद भवन के ‘मकर द्वार' के निकट विरोध प्रदर्शन किया। लोकसभा अध्यक्ष ने सदन में आज भोजनावकाश नहीं होने की सूचना देते हुए कहा कि आज लगातार कामकाज होगा। उन्होंने कहा, ‘‘जो समय स्थगन में गया है, उसकी तो भरपाई करनी होगी।''

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