Lohri ki Thali : इन चीजों के बिना अधूरा है लोहड़ी का त्योहार, जरूर करें थाली में शामिल
चंडीगढ़ , 13 जनवरी (ट्रिन्यू)
Lohri ki Thali : नए साल के जश्न के बाद लोग 13 जनवरी को लोहड़ी, 14 जनवरी को मकर संक्रांति और 17 जनवरी तक पोंगल के साथ त्योहारों के लिए तैयार हो जाते हैं। लोहड़ी खुशी, हंसी का त्योहार है जो लंबे दिनों की शुरुआत का प्रतीक है। लोहड़ी का सबसे प्रिय पहलू पौष्टिक पारंपरिक दावत है, जिसे 'लोहड़ी की थाली' कहा जाता है।
'लोहड़ी की थाली' का महत्व
लोहड़ी को परिवार के सभी लोग एक साथ मिलकर मनाते हैं, जो समृद्धि, एकजुटता और प्रचुरता की भावना का प्रतीक है। इस दिन तैयार किए जाने वाले स्वादिष्ट पारंपरिक व्यंजनों को एक थाली में सजाकर अग्नि देव को अर्पित किया जाता है, जिसे 'लोहड़ी की थाली' भी कहा जाता है।
गजक और रेवड़ी
गजक सर्दियों की एक जरूरी चीज है, जिसे आमतौर पर लोहड़ी के दौरान खाया जाता है। गजक को पारंपरिक रूप से तिल, गुड़ और मूंगफली के साथ बनाया जाता है,ताकि तालू में मिठास बढ़े। इस मीठे व्यंजन को रेवड़ी के साथ खाया जाता है जो गुड़ और तिल से बनी एक कुरकुरी मिठाई है। यह कुरकुरा व्यंजन त्यौहारी थाली का भी एक हिस्सा है।
मक्की दी रोटी और सरसों का साग
यह सर्वोत्कृष्ट पंजाबी व्यंजन हर अवसर का दिल और आत्मा है। सर्दियों का यह स्वादिष्ट व्यंजन हरी पत्तेदार सब्जियों जैसे सरसों के पत्ते, पालक के पत्ते, बथुआ और मेथी के साथ हरी मिर्च, अदरक और लहसुन के मिश्रण से तैयार किया जाता है, जिसे मक्की की रोटी के साथ परोसा जाता है। यह लोहड़ी के त्योहार पर लोगों की पसंदीदा डिश है।
मूंगफली और गुड़ की चिक्की
गुड़ की चिक्की प्रोटीन और ऊर्जा से भरपूर होती है जो लोहड़ी के त्योहार के लिए एक सेहतमंद व्यंजन है। गुड़ से बना यह स्वादिष्ट नाश्ता लोहड़ी की थाली में बेहतरीन बनावट लाता है। बदलाव के लिए थाली में मूंगफली और गुड़ की चिक्की डालना न भूलें।
तिल और गुड़ के व्यंजन
तिल और गुड़ के स्वाद के बिना हर लोहड़ी का त्यौहार अधूरा है। तिल के लड्डू और गुड़ के चावल एक पारंपरिक मिठाई है जो न केवल उत्सव में मिठास जोड़ती है बल्कि स्वस्थ वसा का एक बेहतरीन स्रोत भी है। तिल के बीज को स्वाद के लिए एक बेहतरीन उपचार माना जाता है जो आयरन और अन्य आवश्यक खनिजों से भरपूर होते हैं।
पंजीरी
अपने खाने को बेहतरीन तरीके से खत्म करने के लिए पंजीरी एक बेहतरीन ट्रीट है। पंजीरी में गेहूं का आटा, सूखे मेवे और घी का मिश्रण होता है, जिसे अक्सर लोहड़ी के दौरान खाया जाता है। माना जाता है कि यह व्यंजन सर्दियों के मौसम में शरीर को गर्माहट प्रदान करता है और थाली में शामिल यह पौष्टिक व्यंजन स्वाद के लिए एकदम सही है।