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देशी-विदेशी कलाकारों ने पर्यटकों को किया मंत्रमुग्ध

08:41 AM Feb 08, 2024 IST
देशी विदेशी कलाकारों ने पर्यटकों को किया मंत्रमुग्ध
सूरजकुंड मेले की चौपाल पर राजस्थानी महिला कलाकार डांस प्रस्तुत करती हुई। -हप्र
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राजेश शर्मा/हमारे प्रतिनिधि
फरीदाबाद, 7 फरवरी
37वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला में आज छोटी और बड़ी चौपाल में देशी और विदेशी कलाकारों ने शानदान प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किए रखा। इन कलाकारों की प्रस्तुतियों पर दर्शक बार-बार तालियां बजाने पर भी विवश नजर आए। प्रदेश के प्रसिद्ध हास्य कलाकार महेंद्र सिंह ने दर्शकों को हास्य व्यंग्य से खूब गुदगुदाया।

सूरजकुंड मेले में थीम स्टेट गुजरात पवेलियन में ऐशियाई शेर की प्रतिमा के साथ पर्यटक फोटो खिंचवाते हुए।

छोटी चौपाल में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आगाज राजस्थान के कलाकारों ने प्रदेश के प्रसिद्ध चक्री लोक नृत्य से किया। इन कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति से राजस्थान की समृद्ध संस्कृति से रूबरू करवाया। इसके बाद माली के विदेशी कलाकारों ने शानदार नृत्य प्रस्तुत किया तथा हैरतंगेज करतबों से दर्शकों को दांतो तले उंगलियां दबाने पर मजबूर कर दिया। इन कलाकारों ने बिजली व पंछी नाम लोकगीतों पर शानदार नृत्य किया। पंजाब के कलाकारों ने प्रदेश की समृद्ध संस्कृति की झलक बिखेरते हुए शानदार भांगड़ा प्रस्तुत किया।
दक्षिण भारत के राज्य आंध्रप्रदेश के कलाकारों ने लंबाडी नृत्य प्रस्तुत किया। यह नृत्य महिला कलाकारों द्वारा फसल बुआई तथा फसल कटाई के अवसर पर अपनी खुशी को व्यक्त करने के लिए किया जाता है। इस नृत्य में 15 से 20 महिलाएं पारंपरिक आभूषण पहनकर नृत्य करती हैं। हरियाणा के कलाकारों ने तीज-त्यौहार के उपलक्ष्य में किए जाने वाले नृत्य की शानदार प्रस्तुति से दर्शकों की खूब तालियां बटोरी। कलाकारों ने 'सामण की रूत आई, सब झूमै लोग-लुगाई' व 'झूलण ज्यांगी हे मा मेरी बाग में री' गीतों पर शानदार नृत्य की प्रस्तुति दी। इस अवसर पर कला एवं सांस्कृति कार्य विभाग की सांस्कृतिक अधिकारी रेणु हुड्डा तथा पर्यटन विभाग की सरोज मान ने दीप प्रज्वलन से कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसके अलावा भी दिनभर देशी-विदेशी कलाकारों ने शिल्प मेला में पहुंचे पर्यटकों का भरपूर मनोरंजन किया। शिल्प मेला के थीम राज्य गुजरात पैवेलियन में एशियाई शेर की प्रतिमा व सोमनाथ मंदिर की प्रतिकृति बनी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र मेले में थीम राज्य गुजरात पैवेलियन में गीर नेशनल पार्क के एशियाई शेर की प्रतिमा तथा गुजरात के आध्यात्मिक रत्न सोमनाथ मंदिर की प्रतिकृति मेला में पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। पर्यटक एशियाई शेर की प्रतिमा तथा सोमनाथ मंदिर की प्रतिकृति के साथ सेल्फियां लेते नजर आ रहे हैं। गुजरात के गीर नेशनल पार्क में पाए जाने वाले एशियाई शेर को शिल्प मेला में दर्शाया गया है। एशियाई शेर गुजरात का प्रतीकात्मक प्राणी है, जो गीर राष्ट्रीय उद्यान में अपनी विशेष उपस्थिति के लिए पर्यावरण महारत्न के रूप में जाना जाता है। वर्तमान में एशियाई शेरों की संख्या में आशाजनक वृद्धि दर्ज हुई है। बंगाल टाइगर और भारतीय तेंदुआ जैसे अन्य स्थानीय बिल्लियों के साथ एशियाई शेर वन्य जीव संरक्षण के लिए भारत प्रतिबद्धता का प्रतीक है। गुजरात के आध्यात्मिक रत्न के रूप में विख्यात सोमनाथ मंदिर की प्रतिकृति भी शिल्प मेला में पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। गुजरात में स्थित सोमनाथ मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में पहला है। यह मंदिर अपनी जटिल नक्काशियों और भव्य शिखरों के साथ भक्ति के अद्वितीय प्रतीक के रूप में प्रसिद्ध है। पौराणिक कथाओं के अनुसार इस मंदिर को 2000 वर्ष पहले बनाया गया था। कई आक्रमणों के बावजूद इसका पुन: निर्माण किया गया। विशेष रूप से 1947 में देश के प्रथम गृहमंत्री सरदार पटेल द्वारा इसका पुन: निर्माण करवाया गया। वर्तमान में यह मंदिर एक तीर्थ स्थल के रूप में प्रसिद्ध है, जिसे देश के प्रथम राष्ट्रपति डा. राजेंद्र प्रसाद ने 1951 में लोकार्पित किया था।

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मेले में बिगड़ी दो कलाकारों की तबीयत

37वें अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प सूरजकुंड मेले में आए दो हस्तशिल्पियों की अचानक तबीयत बिगड़ गई। दोनों हस्तशिल्पियों को उपचार के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हालात में सुधार होने के बाद एक को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। कश्मीर से मेले में आए 35 वर्षीय आसिफ मजीद खान की अचानक से तबीयत बिगड़ गई। तबीयत बिगडऩे के चलते उन्हें बादशाह खान सिविल अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया। जहां पर डॉक्टरों ने उनकी जांच की तो पता चला कि हाई ब्लड प्रेशर होने की वजह से उनकी हालत खराब हुई। प्राथमिक उपचार के बाद आसिफ को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। आसिफ मजीद खान ने बताया कि वह कश्मीर से आए हैं तथा 10-12 सालों से लगातार सूरजकुण्ड मेले में आ रहे हैं इससे पहले उन्हें मेले में कोई दिक्कत नहीं हुई थी। वहीं, मेले में अपने उत्पादों का प्रदर्शन कर रहे 55 वर्षीय राममेहर जींद से पहली बार मेले में बीन बजाने के लिए आए थे। वह बीन बजाकर अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे थे। उन्हें भी सांस लेने में काफी दिक्कत महसूस हुई, जिसके बाद उन्हें भी अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनकी जांच में पता चला कि उनका ऑक्सीजन लेवल काफी काम आ रहा था और उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। हालत गंभीर होने पर उन्हें दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के लिए रेफर किया गया है।

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