शिक्षा विभाग में अध्यापक, चपड़ासी के नाम पर लिया लोन, लगायी लाखों की चपत
यमुनानगर, 9 दिसंबर (हप्र)
हरियाणा शिक्षा विभाग में अध्यापक, चपड़ासी दिखाकर कुछ लोगों ने बैंक से लोन ले लिया। शुरू में कुछ किस्त अदा की लेकिन उसके बाद किस्त अदा करनी बंद कर दी। इसके बाद बैंक ने अपनी कार्रवाई शुरू की। तब सामने आया कि इन लोगों का शिक्षा विभाग से दूर-दूर का कोई नाता ही नहीं है। अब ऐसे पांच मामलों में मुकदमे दर्ज कर जांच शुरू की गई है।
यमुनानगर एसबीआई से लाखों रुपया लोन लेने के लिए पांच लोगों ने आईडी प्रूफ, सैलरी स्लिप, आधार कार्ड सहित अन्य दस्तावेज जमा करवाए। बैंक ने कागजों को देखा जांचा और इन सभी पांच लोगों को लोन दे दिया। किसी को 15 लाख, किसी को 12 लाख, किसी को 10 लाख, किसी को 9 लाख लोन लिया, लोन लेने के बाद इन लोगों ने कुछ किस्तें दी और उसके बाद किस्त देना बंद कर दिया। बैंक ने फोन पर बात की, तो आजकल में टाला गया और फिर लोन की राशि चुकाने से ही मना कर दिया गया। मैनेजर ने इस संबंध में जमा हुए दस्तावेजों के आधार पर जांच करने के आदेश दिए। जिसमें पता चला कि जिन लोगों ने सैलरी स्लिप पर स्कूल मुखिया के रूप में हस्ताक्षर किए हैं वास्तव में उन्होंने ऐसा कोई हस्ताक्षर नहीं किया। न ही उनके पास इस नाम का व्यक्ति अध्यापक अथवा चपरासी कार्यरत है। यमुनानगर के डीएसपी अभिलक्ष जोशी ने बताया कि इस संबंध में पांच एफआईआर दर्ज की गई हैं। इसमें हाउसवाइफ, इलेक्ट्रिशियन सहित अन्य लोग शामिल हैं।