एक बेजुबान की सेवा कर खुश हुए नन्हे बच्चे
सुभाष पौलस्त्य/निस
पिहोवा, 14 अप्रैल
एक बेजुबान की जान बचाने के लिए उसकी सेवा कर रहे नन्हे बच्चे उस वक्त बहुत खुश हुए जब इन बेजुबानों की सेवा कर रही सरकारी टीम ने आकर बेजुबान एक महीने के छोटे से कुत्ते के बच्चे की दवा देकर जान बचाने का प्रयास किया। हुआ यों कि वार्ड नंबर 10 में एक कुतिया ने अपने बच्चे दिए हुए थे, जिनमें एक बच्चा जख्मी हो गया। उसकी गर्दन पर बहुत बड़ा घाव बन गया। उसकी जान बचाने के लिए मोहल्ले के ही छोटे-छोटे बच्चे उसकी सेवा कर रहे थे। उन्हें किसी ने एक मोबाइल नंबर दे दिया कि इससे बात करो डॉक्टरों की टीम इसकी दवा करेगी। नन्हे बच्चों ने एक युवक मोहितेश को इस बारे जानकारी दी।
मोहितेश ने तुरंत इस नंबर पर फोन मिलाया तो दूसरी ओर से एक डॉक्टरों की टीम ने बात की। फोन करने के कुछ देर बाद ही एक मोबाइल वैन में डॉक्टर अनिल बेनीवाल वीएलडीए अंजू शर्मा व ड्राइवर वीरेंद्र मोहल्ले में आए तथा उस एक महीने के कुतिया के घायल बच्चे को अपनी एंबुलेंस में डालकर ले गए। उन्होंने न केवल उस नन्हे कुतिया के बच्चे की मरहम पट्टी की बल्कि उसे ग्लूकोस भी लगाया। इस तरह उन्होंने इस नन्हे बेजुबान की मरहम-पट्टी कर उसे वापस लौटा दिया। छोटे कुतिया के बच्चे को लेकर नन्हे बच्चे भी बहुत खुश हुए। जब इस बारे डॉक्टर अनिल बेनीवाल से बात की तो उन्होंने बताया कि जीपीएस युक्त मोबाइल वेटरिनरी वैन द्वारा पशुपालकों को नि:शुल्क पशु चिकित्सा सेवा व परामर्श सुविधा प्रदान की जाएगी।
पिहोवा वैन में वेटरिनरी सर्जन अनिल बेनीवाल टीम गांव में जा कर लोगों को जागरूक करने का काम भी कर रही है ताकि पशुपालक समय पड़ने पर 1962 टोल फ्री नंबर डायल करके अपने पशुओं का नि:शुल्क उपचार करवा सकें।