डिटर्जेंट पाउडर की बिल्टी पर शराब तस्करी का भंडाफोड़, 3300 बोतलें बरामद
सोनीपत, 8 जुलाई (हप्र)
गांव कामी के पास से सीआईए की टीम ने कैंटर को पकडक़र शराब की अवैध तस्करी का भंडाफोड़ किया है। शराब को तस्करी कर चंडीगढ़ से बिहार ले जाया जा रहा था। बंद बॉडी के कैंटर पर तस्करों ने फर्जी नंबर प्लेट लगा रखी थी। पुलिस ने मुरथल से कामी चौक तक उनका पीछा कर कैंटर को पकड़ा। पुलिस ने कैंटर से 3300 बोतल अंग्रेजी शराब बरामद की है। शराब को डिटर्जेंट पाउडर की बिल्टी पर ले जाया जा रहा था।
सीआईए-1 में नियुक्त एएसआई जसमेर सिंह ने बताया कि उनको बंद बॉडी के कैंटर में शराब की तस्करी किए जाने की सूचना मिली थी। उन्होंने मुरथल स्थित महालक्ष्मी ढाबा के पास घेराबंदी कर दी। इसी बीच पानीपत की तरफ से बताए गए नंबर का कैंटर आता दिखाई दिया। पुलिस ने उसे मुरथल फ्लाईओवर के पास रोकने का प्रयास किया तो चालक ने पुलिस को देखकर कैंटर को भगा लिया। वह कैंटर को सर्विस रोड पर दिल्ली की ओर लेकर भाग लिया। बाद में मुरथल फ्लाईओवर के नीचे से कैंटर को मोडक़र वापस जाने लगा और कुराड़ बाईपास रोड पर चला गया। वह काफी लापरवाही से कैंटर को दौड़ा रहा था। पुलिस ने कामी चौक नजदीक मौनी बाबा डेरा के पास पकड़ लिया। पुलिस ने कैंटर के अंदर से करनाल के गांव पाढ़ा निवासी अमरजीत और संजय को काबू कर लिया। उन्होंने बताया कि कैंटर में डिटर्जेंट पाउडर है। वह उसे चंडीगढ़ से बिहार लेकर जा रहे हैं। उन्होंने डिटर्जेंट पाउडर की दो पेज की बिल्टी, दो पेज का ई-वे बिल और दो पेज की इन्वाइस भी सौंपी। जब पुलिस ने कैंटर की जांच की तो उसमें अंग्रेजी शराब की 3300 बोतल बरामद हुई। अलग-अलग मार्का की शराब को कब्जे में ले लिया गया। गाड़ी की नंबर प्लेट भी फर्जी मिली। आरोपियों के खिलाफ सदर थाना पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर उन्हें अदालत में पेश कर 9 दिन के रिमांड पर लिया है। पुलिस को अंदेशा है कि शराब को बिहार में तस्करी कर ले जाया जा रहा था। वहां पर शराबबंदी के चलते कई गुना कीमत मिल जाती है।