अच्छे लोगों के साथ काम करना पसंद
रेणु खंतवाल
श्रीति झा ने अपने कैरियर की शुरुआत टीवी पर प्रसारित शो ‘धूम मचाओ धूम’ से की। उसके बाद ‘जिया जले’, ‘शौर्य और सुहानी’, ‘रक्त संबंध’, ‘दिल से दी दुआ-सौभाग्यवती भव’, ‘बालिका वधु’ किया। कुमकुम भाग्य में प्रज्ञा के किरदार ने उन्हें घर-घर लोकप्रिय बनाया। श्रीति ने रिएलिटी शो फियर फैक्टर, खतरों के खिलाड़ी, झलक दिखला जा भी किया। इन दिनों श्रीति जीटीवी पर प्रसारित अपने नए शो ‘कैसे मुझे तुम मिल गए’ को लेकर चर्चा में हैं। हाल में शो के प्रमोशन के लिए दिल्ली आईं एक्ट्रेस श्रीति झा से हुई बातचीत :
शो में अपने किरदार के बारे में बताइए ?
मेरे किरदार का नाम अमृता है जो आत्मनिर्भर लड़की है। वो अपना बिजनेस शुरू करना चाहती है। जीवन में कुछ बनना चाहती है। जो मन में आता है तुरंत बोल देती है। सही को सही और गलत को गलत बोलना उसकी आदत है। जिंदगी को अच्छी तरह जीना चाहती है। वह चाहती है कि उसकी शादी जब भी हो अच्छे इंसान से हो।
श्रीति और अमृता में कौन सी चीज बिल्कुल मैच नहीं करती?
मैं धीमी आवाज में बात करती हूं और अमृता तेज स्पीड से बोलती है। जो बोलना हो बोल देती है। जबकि मैं असल जिंदगी में बहुत सोच-समझ कर ही बोलती हूं।
आजकल शो आते हैं और टीआरपी कम होने की वजह से कुछ शो कब बंद हो गये यह पता ही नहीं चलता। ऐसा क्यों ?
टीआरपी हम कलाकारों के हाथ में नहीं होती। हमारे हाथ में यह होता है कि अपनी स्क्रिप्ट को दिल लगाकर समझें और अपना बेस्ट दें। मुझे लगता है किसी भी शो को 6-8 महीने का समय तो देना ही चाहिए दर्शकों के बीच जगह बनाने के लिए।
कोई प्रोजेक्ट चुनने में आप सबसे जरूरी क्या मानती हैं?
टीवी पर हमें रोज काम करना होता है। हमें यह नहीं पता होता कि काम कब खत्म होगा। सफल शो साल-दर-साल चलते हैं। मेरी कोशिश रहती है मैं जिन लोगों के साथ भी काम करूं मुझे उनके साथ काम करके अच्छा लगे। माहौल अच्छा हो। अच्छे लोगों के साथ काम करूं यह बड़ी प्राथमिकता रहती है। किरदार अच्छा है यह तो हमें पहली मीटिंग में जब किरदार नरेट किया जाता है तभी पता चल जाता है।
आपने कुमकुम भाग्य जैसा लंबा शो किया तो कई कम टाइम वाले भी। किस तरह के शो ज्यादा सही लगते हैं?
मुझे दोनों तरह के शो करने का अनुभव रहा है। छोटे टाइम के शो करने का एक फायदा यह जरूर रहा कि मुझे कई किरदार करने के मौके मिल गए। लेकिन साढ़े सात साल तक जब मैंने कुमकुम भाग्य किया था तब भी मुझे बहुत मज़ा आया था।
कुमकुम भाग्य के बाद आप फिर अर्जित तनेजा के साथ काम कर रही हैं। क्या आपको पता था कि आपके को-स्टार अर्जित होने वाले हैं?
नहीं, मुझे नहीं पता था कि अर्जित भी इस शो में हैं। अर्जित ने मुझे नहीं बताया कि वह इस शो का हिस्सा है। बाद में मेरे लिए यह सरप्राइज निकला।
शो ‘कैसे मुझे तुम मिल गए’ कोई संदेश भी देता है?
यही संदेश देता है कि आज के लोग सामाजिक दबाव नहीं लेना चाहते। इस शो में इस सोच को आगे रखा गया है कि आज के बच्चों को आज की सोच के साथ आगे बढ़ने दो।