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उठाना ही महानता

12:38 PM Aug 13, 2022 IST

एक बार पहलवान गामा बनारस पहुंचे। पंडित मदनमोहन मालवीय ने हिन्दू विश्वविद्यालय में पहलवान गामा का सम्मान समारोह रखा। उसमें विश्वविद्यालय के सभी छात्रगण उपस्थित थे। मदनमोहन मालवीय जी ने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा, ‘प्यारे विद्यार्थियो! तुम्हें भी गामा पहलवान की तरह बहादुर और बलवान बनना है। मदनमोहन मालवीय जी का भाषण चल ही रहा था कि बीच में ही गामा पहलवान ने कहा, ‘विद्यार्थियो! मेरी तरह तुम्हें गामा नहीं बनना है, क्योंकि गामा दूसरों को पछाड़ना जानता है, मैं कहता हूं तुम्हें मदनमोहन मालवीय बनना है, जो दूसरों को उठाते हैं। पछाड़ने का काम बहादुरी का नहीं है। उठाने का काम है बहादुरी का। इसलिए तुम सभी मालवीय बनो।’

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प्रस्तुति : देवेन्द्रराज सुथार

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