जीवन एक सबक : सीखें, समझें, स्थिति का सामना करें और आगे बढ़ें
नरवाना, 1 सितंबर (निस)
अकसर जीवन संवारने वाली बातें थोड़ी देर से ठोकर खाने के बाद ही समझ आती हैं। हर महत्वपूर्ण, बताई गई बात का एहसास होने लगता है कि अतीत में किन-किन बातों का हमें ज्ञान नहीं था, ऐसा अकसर सबक सीखने पर ही होता है। यह बात आज नरवाना कैनाल रोड स्थित एसडी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय प्रांगण में किशोरावस्था के विद्यार्थियों एवं उनके शिक्षकों हेतु जीवन एक सबक : सीखें, समझें, स्थिति का सामना करें और आगे बढ़े विषय पर आयोजित सेमिनार में मुख्य वक्ता के तौर पर पहुंचे मंडलीय बाल कल्याण अधिकारी रोहतक एवं राज्य नोडल अधिकारी, अनिल मलिक ने संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि जिंदगी का हर सबक हमें एक सीख देकर जाता है। किशोर युवा मन चंचल होता है शारीरिक, मानसिक व भावनात्मक स्वास्थ्य ही जीवन की असली पूंजी है। मानवीय जीवन की सफलता के लिए जरूरी है निरंतर सीखते रहना।
कार्यक्रम की संयुक्त अध्यक्षता करते हुए सनातन धर्म शिक्षा समिति संयोजक जोरा सिंह डूमरखां व प्राचार्य रामफल चहल ने कहा कि किशोरावस्था भावनाओं के ज्वार की तरह होता है, उनका धैर्य से समझकर उचित मार्गदर्शन जरूरी है। कार्यक्रम में विशेष उपस्थिति आजीवन सदस्य व परामर्शदाता नीरज कुमार व सुपरवाइजर नरेंद्र की रही। इस अवसर पर तदर्थ समिति के संयोजक जोरा सिंह डुमरखा व पूर्व चेयरमैन कैलाश सिंगला व सदस्य कृष्ण कुमार, राजेंद्र मित्तल, तेजवंत राय गोयल, मुकेश गोयल ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम आगे भी होते रहेंगे।