बिना विज्ञाान जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती : कुलपति
रोहतक, 28 नवंबर (हप्र)
बिना विज्ञान जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। विज्ञान जीवन की प्रगति का आधार है। जरूरत है कि विद्यार्थीगण वैज्ञानिक सोच विकसित करें तथा मानव कल्याण के लिए विज्ञान के उपयोग का रास्ता प्रशस्त करें। ये आह्वान महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो राजबीर सिंह ने आज विश्वविद्यालय में साइंस कानक्लेव 2023 में अध्यक्षीय भाषण में किया। सभी के लिए विज्ञान (साइंस फारॅ ऐवरीवन) विषय पर यह दो दिवसीय सांइस कानक्लेव आज टैगोर सभागार में प्रारंभ हुआ। साइंस कानक्लेव 2023 के उद्घाटन सत्र की मुख्य अतिथि पं बीडी शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय रोहतक की वाइस चांसलर प्रो. अनिता सक्सेना ने कहा कि मनुष्य जीवन में सांस लेने से लेकर जीवन के सभी आयामों में विज्ञान समाहित है। उन्होंने स्वास्थ्य तथा चिकित्सा विज्ञान के मनुष्य जीवन तथा वैश्विक महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होने कहा कि चिकित्सीय क्षेत्र के अनुसंधान मनुष्य जीवन तथा मानव कल्याण के लिए अहम है।
कार्यक्रम के प्रारंभ में एमडीयू के डीन (रिसर्च एंड डेवलपमेंट) प्रो. अरूण नंदा ने कहा कि इस वैज्ञानिक कार्यक्रम साइंस कानक्लेव के आयोजन से विद्यार्थियों के ज्ञान में वृद्धि होगी। वैश्विक स्तर पर विभिन्न विज्ञान संबंधित रूझानों तथा नए विकास पहलुओं की जानकारी इस कानक्लेव के जरिए विद्यार्थियों को मिलेगी। साइंस कानक्लेव में मुख्य भाषण भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो), बंगलुरू के वरिष्ठ वैज्ञानिक, समूह निदेशक (सिस्टम्स रिलायबिलीटी, स्पेसक्राफ्ट प्रोपल्सन एण्ड सेंसर्स) डा बीडी रघुपति ने दिया। उन्होंने भारतीय अंतरिक्ष क्षेत्र की विकास यात्रा, चंद्रयान मिशन, आदि की महत्वपूर्ण जानकारी सांझा की। हरियणा स्पेस एप्लकेशन सेंटर (हिसार) के पूर्व निदेशक डा. बीएस आर्य ने स्पेस एप्लीकेशन्स के विविध पहलुओं बारे विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम में मंच संचालन प्राध्यापिका डा. महक डांगी ने किया। डीन (सीडीसी) प्रो. एएस मान तथा निदेशक आईक्यूएसी प्रो. वी नरसिम्हन की विशेष उपस्थिति उद्घाटन सत्र
में रही।