हमला कब और कहां करना है यह फैसला सेना को ही करने दें : विज
अम्बाला, 6 मई (हप्र)
महबूबा मुफ्ती के बयान जिसमें उन्होंने कहा कि सेना को कश्मीर में धर-पकड़ बंद कर देनी चाहिए, पर ऊर्जा, परिवहन एवं श्रम मंत्री अनिल विज ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सेना को क्या करना चाहिए, यह सेना को ही करने देना चाहिए। पत्रकारों से बातचीत के दौरान अनिल विज ने कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कह दिया कि सेना खुद निर्णय ले तो अन्य नेता क्या है। जब प्रधानमंत्री ने कह दिया कि सेना निर्णय ले कि कब और कहां हमला करना है तो यह सेना को ही करने देना चाहिए।
कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने देश से आह्वान करते हुए कहा कि हिंदुस्तान की जनता केवल अपनी सेनाओं के साथ खड़ी हो और उनका हौसला बढ़ाए तथा नकारात्मकता फैलाने वालों का ऐसा बुरा हाल करे कि एक भी आवाज सेना के खिलाफ नहीं आनी चाहिए।
पहले भी ब्लैक आउट देखे हैं
सात मई को मॉकड्रिल पर कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने कहा कि हमने पहले भी लड़ाइयां देखी हैं। सन 1965 और 1971 में भारत-पाक युद्ध में ब्लैक आउट होते थे और सभी सुरक्षित स्थानों पर चले जाते थे। यदि हम हमला करने जा रहे हैं, तो पाकिस्तान में भी ब्लैक आउट हो रहे हैं। हमारी सिविल डिफेंस होती है जो ऐसी परिस्थिति में वह देश के अंदर कार्य करती है जिसे एक्टिवेट करना जरूरी है और इसीलिए मॉकड्रिल कराई जा रही है।