पहाड़ों पर कम बर्फबारी से बड़े जल संकट के संकेत : कर्नल मुकेश
रोहतक, 1 दिसंबर (हप्र)
नहरों के पानी को प्रदूषण मुक्त और स्वच्छ रखना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है, क्योंकि यही पानी हमारे क्षेत्र में पीने योग्य बचा है। यह कहना है भारतीय सेना के कर्नल मुकेश हुड्डा (सेवानिवृत्त) का। स्थानीय जेएनएल नहर पर पहुंचे कर्नल हुड्डा ‘सुनो नहरों की पुकार’ मिशन सदस्यों से मिले और जल स्वच्छता के इस कार्य की प्रशंसा करते हुए बताया कि जल को बचाना और उसे प्रदूषण मुक्त रखना समय की जरूरत है। इससे पहले नहर पर पहुंचने पर सुनो नहरों की पुकार मिशन के मुख्य संरक्षक डॉ. जसमेर सिंह ने कर्नल हुड्डा का स्वागत किया। कर्नल मुकेश हुड्डा ने मिशन के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि जल ही जीवन है और वह हमें नहरों से मिल रहा है। उन्होंने बताया कि उनकी ड्यूटी कई वर्षों तक पहाड़ी क्षेत्रों में रही। उस दौरान वहां पर बर्फबारी काफी होती थी, जो की बरसात के बाद पानी का बहुत बड़ा स्रोत थी। अब पिछले कुछ वर्षों में पहाड़ों पर बर्फबारी भी पहले की अपेक्षाकृत काफी कम हो रही है। कम बर्फबारी होना और जल्द धाराओं को समाप्त होना भविष्य में बड़े जल संकट का संकेत देती हैं, इसलिए हमें पानी का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए। इस मौके पर डॉ. जसमेर सिंह, डॉ. रविंद्र नांदल, अजय हुड्डा, ईश्वर दलाल, संतलाल, राजवीर और साहब सिंह ने विचार रखे।