छोड़ो कल की बातें, कल की बात पुरानी...
सुभाष चौहान/हप्र
अम्बाला, 14 मार्च
पूर्व गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने भाजपा-जजपा गठबंधन के टूटने पर अपने अंदाज में कहा, “क्या, कब, कैसे और क्यों हुआ, मुझे कुछ नहीं मालूम।’ उन्होंने इसके प्रश्चात गीत गुनगुनाया... छोड़ो कल की बातें, कल की बात पुरानी, नए दौर में लिखेंगे हम मिलकर नई कहानी, हम हिंदुस्तानी-हम हिंदुस्तानी...।
विज बृहस्पतिवार की सुबह अंबाला के सदर बाजार स्थित टी-प्वाइंट पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। विपक्षी पार्टियों द्वारा ईवीएम पर सवाल खड़े करने के प्रश्न पर विज ने तंज कसते हुए कहा कि हारने वाली पार्टियों के लिए ईवीएम हमेशा विलेन रहा है। जिन्होंने हारना है वह पहले ही इसका रोना रोते रहते हैं, विज ने कहा कि हम कोई ज्योतिषी नहीं हैं, लेकिन फिर भी इन्ही बातों से हमें पता चल जाता है कि इनकी कैसी दुर्गति होने वाली है।
वहीं, राहुल गांधी व कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए पूर्व मंत्री विज ने कहा कि राहुल गांधी अच्छी तरह सोच लें कि उन्हें क्या कहना है, हर बात पर एक बात कहना ठीक बात नहीं है। कांग्रेस की यह बहुत बड़ी भूल थी, जब बगैर सोचे-समझे धर्म के आधार पर देश का बंटवारा कराया, जिसमें लाखों लोग बलि चढ़ गए। जो नहीं आ पाए और पाक में रह गए और धार्मिकता के कारण जिन पर अत्याचार हुए या मारे-काटे गए, यदि वे किसी तरह अब हिंदुस्तान में आ गए तो वह अपनी मातृभूमि में आए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें नागरिकता देकर नया जीवन दिया है ताकि उनके बच्चे आगे बढ़ सकें। इसमें किसी को क्या तकलीफ है, किसी का कुछ छीना नहीं जा रहा। वहीं, कांग्रेस ने एक बयान में कहा है कि उनकी सरकार आने पर महिलाओं को हर साल एक लाख रुपये देंगे, इस पर विज ने कांग्रेस से सवाल किया कि यह बात कौन सी कांग्रेस ने कही है, हुड्डा कांग्रेस, सैलजा कांग्रेस या राहुल गांधी की कांग्रेस ने।
किसी के चाहने न चाहने से कुछ नहीं होता
सीएए पर पूर्व मंत्री अनिल विज ने कहा कि यह कानून है, किसी के चाहने या न चाहने से कुछ नहीं होता। यह कानून बन चुका है कि 2014 से पहले जितने भी विस्थापित पाक, बांग्लादेश व अफगानिस्तान से आये हुए हैं उन्हें नागरिकता मिले।