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तहसीलदार के खिलाफ वकीलों ने दिया अनिश्चितकालीन धरना

06:54 AM Aug 09, 2024 IST
तहसीलदार के खिलाफ वकीलों ने दिया अनिश्चितकालीन धरना
गुहला चीका में बृहस्पतिवार को तहसीलदार की कार्यप्रणाली के खिलाफ धरना देते वकील। -निस
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गुहला चीका, 8 अगस्त (निस)
तहसील कोर्ट में मुकदमों के निस्तारण में देरी, फाइलों को लंबित रखने, वादों के निपटारे में देरी व दाखिल खारिज में विलंब के विरोध में बृहस्पतिवार को वकीलों ने तहसील कार्यालय के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया और तहसीलदार व प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। धरने की अध्यक्षता गुहला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेंद्र हांडा (विक्की)ने की। वकीलों ने वर्क सस्पेंड भी रखा।
वरिष्ठ अधिवक्ता जीवानंद कौशिक व बीके कालड़ा ने कहा कि तहसीलदार मनजीत सिंह मलिक जानबूझकर वकीलों के काम को लटकाकर रखते हैं और दलालों के काम प्राथमिकता के आधार पर करते हैं। तहसील कार्यालय में हर तरफ भ्रष्टाचार फैला हुआ है। तहसीलदार के खिलाफ वकील पहले भी प्रदर्शन कर रोष जता चुके हैं लेकिन उन्होंने अपना रवैया नहीं बदला।
गुहला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेंद्र हांडा ने कहा कि वकील तहसीलदार से दो माह से परेशान है और इस दौरान वकीलों का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री नायब सैनी से भी मिल चुका है लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं की गई। सुरेंद्र हांडा बताया कि उन्हें जानकारी मिली है कि तहसील के कम्प्यूटर आपरेटरों की हड़ताल के दौरान तहसीलदार ने प्राइवेट कम्प्यूटर आपरेटरों से तीन रजिस्ट्री करवायी। जब तक तहसीलदार मनजीत का तबादला नहीं किया जाता तब तक उनका धरना जारी रहेगा। धरने के दौरान तहसीलदार मनजीत सिंह मलिक एसडीएम के साथ वकीलों से बात करने पहुंचे थे लेकिन उनकी बातचीत बेनतीजा रही। तहसीलदार मनजीत सिंह ने कहा कि सभी फाइलें निर्धारित समय में निपटाई जाती हैं। प्रशासनिक कार्यों के साथ न्यायिक कार्य का निपटारा समय से किया जाता है। कुछ अधिवक्ताओं के व्यक्तिगत हितों की पूर्ति न होने के चलते अधिवक्ता उनके ऊपर निराधार आरोप लगा रहे हैं। कार्यालय में भ्रष्टाचार व रिश्वत लेने के सभी आरोप झूठे हैं।

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