तीन नये कानूनों के विरोध में रोहतक में वकीलों ने रखा वर्क सस्पेंड
रोहतक, 3 जुलाई (निस)
जिला बार एसोसिएशन ने केन्द्र सरकार द्वारा तीन नये कानून लागू करने का कड़ा विरोध करते हुए बुधवार को वर्क सस्पेंड रखा और सरकार से तुरंत इन कानूनों को वापस लेने की मांग की। अधिवक्ताओं का कहना है कि ये तीन कानून नियमों के विरूद्ध है और जनता के अधिकारों का हनन करते है, जिसके चलते लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा।
जिला बार एसोसिएशन के प्रधान अरविंद श्योराण ने बताया कि तीन कानूनों के विरोध में अधिवक्ताओं द्वारा आज एक दिन का वर्क सस्पेड रखा है और ये कानून जनता व अधिवक्ताओं के खिलाफ हैं, क्योकि इन कानूनों से पुलिस को ज्यादा पॉवर दी गई, जोकि प्रजातंत्र के लिए ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने ये कानून संसद में जल्दबाजी में लागू किए है, क्योंकि जिस वक्त कानून लागू किए गए उस वक्त सता पक्ष द्वारा 147 सांसदों को निलंबित कर दिया गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि ये कानून लोगों के लिए दमनकारी साबित होगे, अगर सरकार ने तुंरत इन काले कानूनों को वापस नहीं लिया तो जल्द हरियाणा बार एसोसिएशन के सदस्यों की बैठक बुलाकर आगामी आंदोलन की रूप रेखा तय की जाएगी।
इस अवसर पर पूर्व प्रधान लोकेन्द्र फौगाट, सुरेन्द्र वर्मा, प्रदीप मलिक, दलबीर पवार, रणबीर अहलावत, जयपाल शर्मा, कुलदीप, रविशंकर सोनी, हर्षवर्धन मलिक, दीपक हुड्डा प्रमुख रूप से शामिल रहे।