किसानों पर लाठीचार्ज गलत, बनेगी आंदोलन की रणनीति : टिकैत
करनाल/ शाहाबाद मारकंडा, 7 जून (हप्र/ निस)
सूरजमुखी की फसल पर एमएसपी की मांग को लेकर शाहाबाद में नेशनल हाईवे पर प्रदर्शन कर रहे किसानों पर लाठीचार्ज किये जाने के खिलाफ भाकियू (टिकैत) ने आवाज बुलंद की है। भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बुधवार को करनाल के कर्ण लेक पर कहा कि इस लाठीचार्ज के विरोध में देशभर में आंदोलन की रणनीति बनेगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा पुलिस द्वारा किसानों पर बल प्रयोग करना निंदनीय है, इसे लेकर देशभर के किसानों में आक्रोश है। पूरे देश के किसान एक हैं और मांगें पूरी करवाने के लिए जितना बड़ा आंदोलन करना पड़ेगा, करेंगे। कमेटी रणनीति बनाएगी, जिसका असर पूरे देश में होगा। भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष रतनमान, जिलाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह घुम्मन समेत कई अन्य किसान नेता भी टिकैत के साथ थे।
राकेश टिकैत शाहाबाद के लाडवा रोड पर अनाज मंडी चौक पर धरने पर बैठे किसानों के बीच भी पहुंचे। यहां से टिकैत ने देशभर के किसानों को संदेश दिया कि सूरजमुखी के एमएसपी की जो जंग भारतीय किसान यूनियन चढूनी के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने शाहाबाद मारकंडा से शुरू की है, वह देश का आंदोलन बनेगी। उन्होंने कहा कि एमएसपी को लेकर यह देश का पहला लाठीचार्ज है और सरकार यह न समझे कि आंदोलन खत्म हो गया है। गुरनाम सिंह चढूनी की गिरफ्तारी के बाद अब इस आंदोलन की कमान संयुक्त किसान मोर्चा संभालेगा। उन्होंने बताया कि दिल्ली में मोर्चे की बैठक बुलाई गई है, जिसमे अगली रणनीति तय की जाएगी। टिकैत ने धरने पर बैठे किसानों से कहा कि आंदोलन वहीं होगा, जहां पर पुलिस ने लाठियां बरसाईं थी।
धरना जारी : भाकियू नेताओं को रिहा करने और एमएसपी पर सूरजमुखी की खरीद की मांग को लेकर किसानों ने शाहाबाद-लाडवा रोड, शाहाबाद बराड़ा रोड व कलसानी में जाम लगाया। लाडवा रोड पर धरना दे रहे किसानों का नेतृत्व गुरनाम सिंह चढूनी के पुत्र व युवा भाकियू नेता अर्शपाल, यमुनानगर जिला प्रधान संजू गुदियाना, शाहाबाद ब्लॉक प्रधान हरकेश खानपुर, कृष्ण कलालमाजरा तथा कर्म सिंह मथाना कर रहे हैं।
चढूनी समेत 9 न्यायिक हिरासत में
शाहाबाद मारकंडा (निस) : जीटी रोड जाम करने के मामले में गिरफ्तार किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी समेत 9 लोगों को पुलिस ने बुधवार को कुरुक्षेत्र की कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। डीएसपी रणधीर सिंह ने बताया कि मंगलवार को जिन किसानों को हिरासत में लिए गया था, उनमें गुरनाम सिंह चढूनी, जसबीर सिंह मामूमाजरा, राकेश बैंस, पंकज हबाना, प्रिंस वढ़ैच, जरनैल, नसीब, जयपाल और गुलाब के अलावा सभी को रिहा कर दिया गया है। पुलिस ने किसान यूनियन के 23 पदाधिकारियों व 700-800 अन्य प्रदर्शनकारियों के खिलाफ 11 धाराओं के अंतर्गत मामला दर्ज किया है।