Lata Mangeshkar: लता का अनूठा पोर्ट्रेट, रेखाओं में पिरोए सुरों की मलिका के 90 हिट गीत
इंदौर, 28 सितंबर (भाषा)
Lata Mangeshkar Hit Song: मशहूर गायिका लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) की जन्मस्थली इंदौर (Indore) के कलाकार मिलिंद ढवले (Milind Dhawale) ने उनका अनूठा ‘पोर्ट्रेट' (portrait) बनाया है। इस श्वेत-श्याम (black-and-white) पोर्ट्रेट की रेखाओं (lines) के रूप में मंगेशकर के 90 हिट गानों (Lata hit songs) के मुखड़े बड़े करीने से लिखे गए हैं।
31 इंच लंबे और 23 इंच चौड़े इस पोर्ट्रेट की अनूठी बात यह भी है कि इसमें गानों के मुखड़ों (lyrics) को खास स्थान (specific places) पर लिखा गया है। मसलन, 'बिंदिया चमकेगी, चूड़ी खनकेगी' गीत के मुखड़े को मंगेशकर के चेहरे की बिंदी की जगह पर ही लिखा गया है, तो उनके होंठों की जगह 'धीरे-धीरे बोल, कोई सुन ना ले' गाने का मुखड़ा (lyrics) उकेरा गया है।
ढवले (55) ने इस पोर्ट्रेट में 'ऐ मेरे वतन के लोगों' गीत (song) को मंगेशकर के कपाल (forehead) पर लिखा है, क्योंकि उनका मानना है कि मातृभूमि (motherland) के लिए शहीद सैनिकों (martyrs) के सर्वोच्च बलिदान (supreme sacrifice) को याद दिलाकर देशभक्ति (patriotism) की भावना जगाने वाला यह नगमा भारतीय नागरिकों (Indian citizens) के जेहन (minds) पर आज भी छाया हुआ है।
पोर्ट्रेट में मंगेशकर के 90 हिट गीतों के मुखड़े इतनी सफाई से लिखे गए हैं कि इनकी इबारत पास से देखने पर ही समझ आती है। दूर से देखने पर ये मुखड़े पोर्ट्रेट की रेखाओं (lines of the portrait) के रूप में ही नजर आते हैं।
ढवले ने शनिवार को 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि यह पोर्ट्रेट उन्होंने मंगेशकर के 90वें जन्मदिन (Lata 90th birthday) पर बनाया था और वह कोशिश करते रहे कि किसी तरह उन्हें यह कलाकृति (artwork) भेंट करें, लेकिन उनकी ख्वाहिश पूरी न हो सकी।
उन्होंने कहा, 'मुझे हमेशा मलाल रहेगा कि मैं मंगेशकर से मिलकर उन्हें यह पोर्ट्रेट भेंट (present) नहीं कर सका।' मंगेशकर का जन्म (birth) इंदौर में 28 सितंबर 1929 को हुआ था। उन्होंने मुंबई (Mumbai) में छह फरवरी 2022 को 92 साल की उम्र (age) में आखिरी सांस ली थी।