संगीत और कला की खुशबू से सराबोर हुई लेजर वैली
भारत भूषण/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 24 नवंबर
लेजर वैली की उस हवा में सिर्फ संगीत की तरंगें नहीं हैं, बल्कि युवाओं के दिलों की धड़कनों की धमक भी उसमें घुली मिली है। किसी कोने में चले जाइए, आप कला, संस्कृति और मनोरंजन का एेसा नजारा पाएंगे, जोकि आज सोशल मीडिया की जिंदगी जी रहे लोगों के जीवन में मौलिकता की खुशबू भर देता है। लेजर वैली में तीन दिनों के लिए बसी इस अनूठी दुनिया में ठेठ ग्रामीण परिवेश की बीन लहरी का संगीत सुकून देता है, वहीं मॉडर्न म्यूजिक की बीट आपको आनंदित करती है। एक तरफ राजस्थानी वेशभूषा में सजे कलाकार कच्ची घोड़ी डांस करते दिखते हैं, तो दूसरी तरफ चंडीगढ़ आर्ट कॉलेज के स्टूडेंट अपने बनाए रंग-बिरंगे कार्ट लेकर उनमें लोगों को राइड कराने की पेशकश करते नजर आते हैं। सेक्टर-10 स्थित लेजर वैली में तीन दिवसीय कार्निवल का शुक्रवार को पंजाब के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित ने उद्घाटन किया। उन्होंने कार्निवल परेड और विकसित भारत संकल्प यात्रा को भी हरी झंडी दिखाई। सांसद किरण खेर एवं प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी इस दौरान मौजूद रहे। प्रशासक ने विंटेज कारों की प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। द ट्रिब्यून समाचार पत्र समूह कार्निवल का मीडिया पार्टनर है। तीन दिन चलने वाले कार्यक्रम के पहले दिन शाम के समय हिमाचल पुलिस के आर्केस्ट्रा बैंड ने शानदार प्रस्तुति दी। इस बार का कार्निवल इसलिए विशेष है, क्योंकि इसे बच्चों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। कैंडी लैंड थीम की सजावट सभी को पसंद आ रही है।
आर्ट कॉलेज के स्टॉल पर भीड़ : कार्निवल में चंडीगढ़ प्रशासन के विभागों के स्टॉल सजे हैं तो आर्ट और क्राफ्ट के कलाकारों ने भी अपनी कलाकृतियों को पेश किया है। आर्ट कॉलेज की छात्राओं के बनाए क्राफ्ट को युवा काफी पसंद कर रहे हैं। पेंटिंग, क्ले मॉडलिंग, धागों से बने क्राफ्ट, कीचेन आदि सजावटी क्राफ्ट आकर्षक हैं। छात्रा अरुंधती ने स्टीचिंग से बनाए क्राफ्ट को प्रदर्शित किया है। उनके अनुसार ऑन डिमांड इसे तैयार किया जाता है।
लोककलाकारों के नृत्य की धूम : कार्निवल में चंडीगढ़ टूरिज्म की ओर से विभिन्न प्रदेशों के नृत्य पेश किए जा रहे हैं। तेलंगाना से आए कलाकारों ने बंजारा ट्राइब्स डांस की प्रस्तुति से दर्शकों के दिल जीत लिए। कलाकारों की वेशभूषा और उनके नृत्य की विशिष्ट शैली को मोबाइल फोन के कैमरों में कैद करने के लिए लोगों की भीड़ जुट गई । वहीं कैमरामैन भी दीवाने हुए नजर आए।
राजस्थान के बूंदी जिले से आए कलाकारों का कच्ची घोड़ी डांस भी बेहतरीन रहा। रंग-बिरंगी पोशाकों में सजे कलाकारों के कदमों की थिरकन लाजवाब थी और शहरी लोग मंत्रमुग्ध नजर आए। कार्निवल के पहले दिन दर्शकों की संख्या कम रही लेकिन संभावना है कि शनिवार और रविवार को अवकाश होने की वजह से इन दिनों में भीड़ बढ़ेगी। चंडीगढ़ पुलिस की ओर से कार्यक्रम स्थल के आसपास पार्किंग के समुचित प्रबंध किए गए हैं।
कार्बूजिए का आर्किटेक्चर फोटो में
चंडीगढ़ ललित कला अकादमी और एमएन शर्मा आर्किटेक्चरल सोसायटी की ओर से लगाई फोटो प्रदर्शनी में चंडीगढ़ के आर्किटेक्चर की झलक मिलती है। एमएन शर्मा फोटोग्राफी अवार्ड से सम्मानित एकमजोत सिंह की सीवरेज के ढक्कन पर चंडीगढ़ के मैप की फोटो खूब ध्यान खींचती है। संजना के खींचे फोटो में ली कार्बूजिए के महज ईंटों से बनाए डिजाइन पैटर्न की खूबसूरती भी लुभाती है।