व्याकरण के ज्ञाान से ही समृद्ध होगी भाषा : मीनू सिंह
नरवाना, 16 मार्च (निस)
केएम राजकीय महाविद्यालय नरवाना में भारतेंदु साहित्य परिषद एवं हिंदी विभाग के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय विस्तार व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता वरिष्ठ साहित्यकार एवं सेवानिवृत्त प्राध्यापक रामफल खटकड़ जी रहे। उन्होंने अपने व्याख्यान में व्याकरण का महत्व एवं छंद शास्त्र के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने व्याकरण के अंगों एवं भाषा में व्याकरण शुद्धता के प्रयोग के महत्व पर व्याख्यान दिया। छंदों के तीनों रूप मात्रिक छंद, वर्णिक छंद, मुक्तक छंद के विषय में अलग-अलग से जानकारी विद्यार्थियों को दी। काव्य में छंदों के माध्यम से निश्चित मात्रा, याति, गति लय, गण आदि के महत्व को बताया। कार्यक्रम के अंत में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए प्राचार्या डॉ. मीनू सिंह ने कहा किसी भी भाषा के लिए उसके व्याकरण का ज्ञान जितना अधिक होगा, भाषा उतनी ही समृद्ध होगी।
हिंदी विभागाध्यक्ष जगबीर दूहन ने मेहमानों का स्वागत किया तथा ज्ञानवर्धन व्याख्यान के लिए धन्यवाद किया। प्राचार्य ने मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह भेंट किया। मंच संचालन बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा श्वेता ने किया। कार्यक्रम को व्यवस्थित रूप से चलाने में हिंदी प्राध्यापक सुल्तान सिंह, कविता, सुमन व भारतेंदु परिषद के सदस्यों का विशेष सहयोग रहा। इस अवसर पर लाल सिंह, जयपाल आर्य, राजेश श्योकंद, मोहित, मुकेश, मीनाक्षी आदि प्राध्यापक उपस्थित रहे।