‘भगवान तथा भक्त के योग में लक्ष्मी, विजय तथा विभूति का वास’
करनाल, 7 मई (हप्र)
महाप्रभावी श्री घंटाकर्ण देवस्थान पर विशेष कृपा दिवस कृष्ण चौदस के उपलक्ष्य में मासिक श्रद्धालु संगम का आयोजन श्रद्धा-भक्ति, आस्था तथा समर्पण के मंगलमय वातावरण में संपूर्ण हुआ। सूर्योदय से भक्तों का कतारबद्ध आगमन शुरू हुआ, जो देर सांझ तक अनवरत रूप से चलता रहा। सर्वप्रथम श्री घंटाकर्ण बीजमंत्र के सामूहिक जाप से दैवी शक्ति का आह्वान करते हुए लोकमंगल की कामना की गई। साध्वी जागृति, नितिन, राशि जैन, निशा जैन, रीटा जैन, पुष्पा गोयल, कर्मवीर चौहान, रानी जैन आदि ने सुमधुर भजनों से समां बांधा। महासाध्वी प्रमिला महाराज ने अपने वक्तव्य में कहा कि भारतीय संस्कृति में भक्ति आत्मा को परमात्मा तक पहुंचाने का माध्यम है। अंधेर पक्ष की चतुर्दशी श्री घंटाकर्ण देव को प्रसन्न कर उनका आशीर्वाद पाकर अपने जीवन को सुख संपन्न बनाने का विशेष अवसर है। जहां भगवान तथा सर्वात्मना समर्पित भक्त का जोड़ है, वहीं पर लक्ष्मी-विजय-विभूति तथा स्थायी नीति का वास होता है। आरती तथा प्रीतिभोज की सेवा श्री सुरेन्द्र कुमार जैन, खाटू जी इंफ्रा रोहतक निवासी की ओर से रही।