मजदूर दिवस : विशाल ददलानी की आवाज़ में मेहनतकश हाथों को सुरमयी सलाम
मुंबई : हर सपना जो हम देखते हैं, एक नया घर, एक नयी शुरुआत- उसके पीछे कई अनदेखे, अनगिनत मेहनतकश हाथ होते हैं। वाह लोग पूरी शिद्दत और लगन से हमारे सपनों का घर बनाते हैं।
इस मज़दूर दिवस पर, सुगी ग्रुप ने इन सच्चे हीरोज़ के लिए एक खास पहल की है, एक गीत जिसे विशाल ददलानी ने अपनी जोशीली आवाज़ दी है। गाने की धुन चैतन्य पंडित ने बनाई है और बोल चैतन्य व चिराग मोदी ने लिखे हैं। ये सिर्फ एक गाना नहीं, एक एहसास है उन सभी लोगों के लिए जो हर दिन अपनी मेहनत से सपनों को आकार देते हैं।
विशाल ददलानी ने कहा, 'हम अक्सर भूल जाते हैं कि हमारे सपनों के घर कितनी मेहनत से बनाये गए है । जब सुगी ग्रुप ने मज़दूर दिवस के अवसर पर मुझे निर्माण श्रमिकों को सलाम करता हुआ गीत गाने के लिए कहा, तो मुझे लगा ये सिर्फ गाना नहीं, एक शुक्रिया कहने का खूबसूरत मौका है। इसमें असली बांधकाम की आवाज़ें भी हैं — जैसे हथौड़े, ड्रिल मशीन, और बहुत कुछ — जिससे इसकी फील बिलकुल रियल है। मैं उम्मीद करता हूँ कि दर्शकों को यह गाना पसंद आए और उसके पीछे का मेसेज समझ आए, और उनके दिलों को छू जाये ।' सुगी ग्रुप के को-फाउंडर और पार्टनर, नितिन ने कहा, 'ये गाना ख़ास बांधकाम मजदूरों को एक आदरांजलि के तौर पर पेश किया है । इसमें हर उस आवाज़ की झलक है जो किसी कंस्ट्रक्शन साइट पर गूंजती है। विशाल ददलानी की आवाज़ इस गाने को और भी खास बना देती है।'