Kissan : शंभू बॉर्डर पर संघर्ष में 17 किसान घायल, एक ने निगला जहर
अम्बाला शहर/ राजपुरा, 14 दिसंबर (हप्र/निस)
पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर शनिवार को तीसरी बार दिल्ली की ओर बढ़ रहे प्रदर्शनकारी किसानों के समूह को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षाकर्मियों ने आंसू गैस के गोले छोड़े और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया। करीब दो घंटे चले संघर्ष के दौरान कई किसानों के घायल हो जाने के कारण ‘दिल्ली चलो’ मार्च स्थगित कर दिया गया। इसके बाद किसान नेताओं ने 16 दिसंबर को विभिन्न राज्यों में ट्रैक्टर मार्च निकालने और पंजाब में 18 दिसंबर को दोपहर 12 से 3 बजे तक ट्रेनें रोकने का ऐलान किया। वहीं, प्रशासन ने अम्बाला के 12 गांवों में इंटरनेट सेवाएं 17 दिसंबर तक बंद रखने के आदेश दिए हैं।
शनिवार को पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार 101 किसानों ने दोपहर करीब 12 बजे दिल्ली की ओर मार्च की शुरुआत की, लेकिन घग्गर नदी के पुल पर हरियाणा पुलिस ने उन्हें रोक दिया। पंजाब के किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि हरियाणा के सुरक्षाकर्मियों की कार्रवाई में 17-18 किसान घायल हुए हैं। एक किसान ने जहर निगल लिया, उसे पटियाला के अस्पताल ले जाया गया। किसान नेता मंजीत सिंह राय ने आरोप लगाया कि सुरक्षाकर्मियों ने रबर की गोलियां भी चलाईं, जिसमें एक किसान गंभीर रूप से घायल हो गया। पंधेर ने आरोप लगाया कि पुलिस ने रसायनयुक्त पानी का इस्तेमाल किया। हालांकि, अम्बाला के एसपी सुरेंद्र सिंह भोरिया ने इसका खंडन करते हुए कहा कि वाटर कैनन से साधारण पानी का ही प्रयोग किया गया और वह भी तब, जब किसानों ने जालियां तोड़ने की कोशिश की।