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किसान मोर्चे का भारत बंद, पंजाब में नहीं चली बसें

06:42 AM Feb 17, 2024 IST
किसान मोर्चे का भारत बंद  पंजाब में नहीं चली बसें
शंभू बॉर्डर पर शुक्रवार को आंसू गैस के बीच प्रदर्शनकारी किसान। - प्रेट्र
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दैनिक ट्रिब्यून टीम
चंडीगढ़, 16 फरवरी
विभिन्न मांगों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के ‘भारत बंद’ आह्वान के मद्देनजर शुक्रवार को पंजाब की सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। बसें नदारद रहीं, जिसके चलते यात्रियों को काफी असुविधा हुई। राज्य में कई स्थानों पर बाजार और वाणिज्यिक प्रतिष्ठान भी बंद रहे। पठानकोट, तरनतारन, बठिंडा और जालंधर में राष्ट्रीय राजमार्गों को अवरुद्ध कर दिया गया। पटियाला में यात्रियों को भारी परेशानी हुई। कर्मचारियों के विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के कारण शहर के राजिंदरा अस्पताल और माता कौशल्या अस्पताल में ओपीडी सेवाएं निलंबित रहीं।
उधर, हरियाणा के हिसार में, हरियाणा रोडवेज के कर्मचारियों ने ‘भारत बंद’ का समर्थन किया, जिसके चलते बस सेवाएं ठप रहीं। भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी) के सदस्यों ने हरियाणा के कई टोल प्लाजा पर धरना दिया। भाकियू नेता राकेश टिकैत ने यूपी के मुजफ्फरनगर में विरोध प्रदर्शन में भाग लिया। शाहजहांपुर, बदायूं और मेरठ समेत राज्य के अन्य हिस्सों में बंद का कोई असर नहीं दिखा। भाकियू (राजेवाल), भाकियू (दकुंडा), भाकियू (लाखोवाल), भाकियू (कादियान) और किरती किसान यूनियन सहित कई किसान संगठनों ने बंद में हिस्सा लिया।
शुक्रवार को पंजाब रोडवेज, पनबस और ‘पीआरटीसी कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन’ ने भी संयुक्त किसान मोर्चा के बंद के आह्वान का समर्थन किया। निजी बस संचालकों ने भी सेवाएं नहीं दीं। कई बस अड्डों पर यात्री अपने-अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए बसों का इंतजार करते दिखे। अमृतसर में एसजीपीसी द्वारा संचालित शैक्षणिक संस्थान बंद रहे। कई दुकानें भी बंद रहीं। होशियारपुर और कपूरथला में भी व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे।

किसान संगठनों से चौथे दौर की बातचीत कल

किसान संगठनों की विभिन्न मांगों को लेकर केंद्र सरकार के साथ गतिरोध बरकरार है। चंडीगढ़ में बृहस्पतिवार आधी रात के बाद तक चली बैठक बेनतीजा रही। अब दोनों पक्षों के बीच अगले दौर की बैठक 18 फरवरी को होगी। इस बीच, किसान संगठनों की हरियाणा सीमा पर मोर्चाबंदी जारी है। इसी मोर्चाबंदी के दौरान शुक्रवार को शंभू बॉर्डर पर हरियाणा पुलिस ने अवरोधक की ओर बढ़ते लोगों को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। उधर, तीसरे दौर की बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा, ‘हम साथ बैठ कर कोई हल निकाल लेंगे।’ बैठक में मौजूद रहे पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा, ‘हर मुद्दे पर विस्तार से चर्चा हुई।’ मान ने कहा कि उन्होंने केंद्र के समक्ष इंटरनेट सेवा निलंबित किए जाने एवं हरियाणा के सुरक्षा कर्मियों द्वारा पंजाब में प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले छोड़ने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल करने का मुद्दा उठाया। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि हम चाहते हैं कि सकारात्मक परिणाम निकले। अन्यथा दिल्ली जाने का हमारा कार्यक्रम पक्का है।’

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