मुख्यसमाचारदेशविदेशखेलपेरिस ओलंपिकबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाब
हरियाणा | गुरुग्रामरोहतककरनाल
आस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकीरायफीचर
Advertisement

किरण का विधानसभा से इस्तीफा, अब राज्यसभा जाएंगी

07:03 AM Aug 21, 2024 IST

ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 20 अगस्त
हरियाणा की पूर्व मंत्री किरण चौधरी का राज्यसभा जाना तय हो गया है। मंगलवार को उन्होंने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया और स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने हाथों-हाथ इसे मंजूर कर लिया। अब राज्यसभा उपचुनाव के लिए भाजपा उम्मीदवार के तौर पर वह बुधवार को नामांकन पत्र दाखिल करेंगी।
किरण के मुकाबले प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस की ओर से किसी उम्मीदवार के आने की संभावना नहीं है। ऐसे में किरण का निर्विरोध राज्यसभा जाना तय माना जा रहा है।


लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद गत जून में किरण और उनकी बेटी श्रुति चौधरी कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गयीं थी। इसके बाद भी किरण ने तोशाम विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा नहीं दिया था। उनके खिलाफ कांग्रेस द्वारा दल-बदल कानून के तहत दायर की गई याचिका अभी स्पीकर के पास पेंडिंग है। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने श्रुति को टिकट नहीं दिया था। ऐसे में मां-बेटी कांग्रेस से नाराज चल रहीं थी।
Advertisement

रवनीत बिट्टू राजस्थान से प्रत्याशी

नयी दिल्ली (एजेंसी) : भाजपा ने मंगलवार को राज्यसभा की नौ सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की। केंद्रीय मंत्री जॉर्ज कूरियन को मध्य प्रदेश, जबकि रवनीत सिंह बिट्टू को राजस्थान से प्रत्याशी बनाया गया है। पार्टी ने वरिष्ठ अधिवक्ता मनन कुमार मिश्रा को बिहार से उम्मीदवार बनाया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा बिहार से राज्यसभा की दूसरी सीट के लिए सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार हैं। भाजपा ने असम से मिशन रंजन दास और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामेश्वर तेली को, महाराष्ट्र से धैर्यशील पाटिल, ओडिशा से ममता मोहंता और त्रिपुरा से राजीव भट्टाचार्य को उम्मीदवार घोषित किया है। ममता मोहंता हाल में ही बीजद छोड़कर भाजपा में शामिल हुई थीं। नौ राज्यों में राज्यसभा की 12 रिक्त सीटों के लिए चुनाव 3 सितंबर को होगा।

जीत के लिए 44 विधायकों की जरूरत

नब्बे सदस्यों वाली हरियाणा विधानसभा में संख्या बल के हिसाब से किरण का राज्यसभा जाना तय है। वर्तमान में चार सीटें खाली हैं। ऐसे में 86 सदस्यों के हिसाब से भाजपा को 44 विधायकों की जरूरत है। भाजपा के पास खुद के 41 विधायक हैं। सिरसा से हलोपा विधायक गोपाल कांडा के अलावा पृथला से निर्दलीय विधायक नयनपाल रावत का सरकार को समर्थन है। जजपा के दो विधायक– नरवाना से रामनिवास सुरजाखेड़ा और बरवाला से जोगीराम सिहाग भी खुलकर सरकार के साथ हैं। वहीं, कांग्रेस के पास वर्तमान में 28 विधायक हैं।

Advertisement

Advertisement
Advertisement