‘ऑनर किलिंग के नाम पर खापों को बदनाम किया गया’
नारनौंद, 1 नवंबर (निस)
प्रदेश की संस्कृति बचाने के लिए देश भर की खापों की महापंचायत कस्बे की दादा देवराज धर्मशाला में आयोजित की गई। इसकी अध्यक्षता सतरोल खाप के प्रधान दलबीर सिंह ने की। महापंचायत में सर्व समिति से फैसला लिया गया कि एक गोत्र, एक गांव व गांव की सीमा के लगते गांव में शादी नहीं होनी चाहिए। युवा नेता सोनिया दूहन प्रदेश की सभी पंचायत के सरपंचों से मैरिज एक्ट में कानून बदलाव को लेकर प्रस्ताव पास करवायेंगी और पैदल यात्रा करके प्रदेश के मुख्यमंत्री को चंडीगढ़ में सौंपने का काम करेंगी। खाप पंचायतों की तरफ से सोनिया दूहन को पगड़ी भेंट की और सतरोल खाप की तरफ से रक्षा के लिए लठ (लाठी) भेंट किया गया। महापंचायत में सैकड़ो खापों ने हिस्सा लिया।
सोनिया दूहन ने बताया कि आज हमारे प्रदेश की संस्कृति बदलती जा रही है। एक गांव या एक गोत्र में शादी की जा रही है जिससे कि हमारे रिश्ते नातों में भी बदलाव हो रहा है। सरकार ने खापों को ऑनर किलिंग का आरोप लगाकर बदनाम करने का काम किया। सतरोल खाप के प्रधान दलबीर सिंह ने बताया कि प्रदेश की संस्कृति को बचाने के लिए इस लड़ाई की शुरुआत खाप की बेटी ने शुरू की है और हम उनके साथ हैं। खापों के बीच में सभी के समर्थन से यह भी फैसला लिया गया कि एक गांव, एक गोत्र व पड़ोसी गांव में शादी नहीं की जाएगी।
खापें समाज को जोड़कर देश को आगे बढ़ने का काम करती हैं। ऑनर किलिंग के नाम पर खापों को साजिश के तहत बदनाम किया गया। महम चौबीसी के प्रतिनिधि रामपाल राठी ने बताया कि सरकार कानून में बदलाव करके यह कानून बनाए की एक गांव, एक गोत्र में शादी न करें क्योंकि अब जो कानून है उसमें कोई कहीं भी शादी कर सकता है। जिससे कि हमारी नस्ल खराब हो रही है।