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हाईटेक होगी खाकी, मॉडर्न तकनीक से करेगी इन्वेस्टिगेशन

10:47 AM Sep 06, 2023 IST
हाईटेक होगी खाकी  मॉडर्न तकनीक से करेगी इन्वेस्टिगेशन
पंचकूला में मंगलवार को डीजीपी की अध्यक्षता में हुई स्टेट एम्पावर्ड कमेटी की बैठक में पहुंचे अधिकारी।
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चंडीगढ़, 5 सितंबर (ट्रिन्यू)
हरियाणा पुलिस अब और भी हाईटेक होगी। पुलिस की जांच पद्धति बदली जाएगी। साथ ही, पुलिस को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा। सभी कंप्यूटर सिस्टम अपडेट होंगे। इस पर 6 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। पुलिस तकनीक में बदलाव को लेकर मंगलवार को पंचकूला स्थित पुलिस मुख्यालय में डीजीपी शत्रुजीत कपूर की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय स्टेट एम्पावर्ड कमेटी की 53वीं बैठक हुई। कपूर ने राज्यभर में लागू की जा रही कई महत्वपूर्ण तकनीकी प्रणालियों का मूल्यांकन किया। बैठक इंटरऑपरेबल क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम (आईसीजेएस), नेशनल ऑटोमेटेड फिंगरप्रिंट आइडेंटिफिकेशन सिस्टम (एनएएफआईएस) और मापन संग्रह इकाइयों (एमसीयू) की स्थापना को लेकर हुई। सीसीटीएनएस प्रगति रैंकिंग में हरियाणा लगातार तीसरी बार पहले स्थान पर आया है। आईसीजेएस और एनएएफआईएस में भी राज्य पहले पायदान पर है।
बैठक में राज्य अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के निदेशक (एडीजीपी) ओपी सिंह ने बताया कि नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो द्वारा प्रति माह प्रगति डैशबोर्ड की रैंकिंग जारी की जाती है। उक्त रैंकिंग में हरियाणा प्रदेश आईसीजेएस-सीसीटीएनएस परियोजनाओं को लागू करने व तकनीकी तौर पर विभिन्न मापदंडों में भी सबसे आगे बना हुआ है। डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने सेवा का अधिकार अधिनियम के तहत नागरिक केंद्रित सेवाएं प्रदान करने में हरियाणा पुलिस द्वारा उत्कृष्ट प्रदर्शन करने और नवीनतम सीसीटीएनएस प्रगति रैंकिंग में लगातार तीसरे महीने शीर्ष स्थान हासिल करने पर पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी।
डीजीपी ने कहा कि राइट-टू-सर्विस एक्ट के तहत समय सीमा के भीतर नागरिक सेवाएं प्रदान करने के मामले में पुलिस विभाग विभिन्न विभागों में प्रथम रैंक बनाए हुए है। हरियाणा में ई-सरल/हरसमय पोर्टल पर अब तक 2 लाख 64 हजार 422 नागरिक सेवा आवेदन पूरे हो चुके हैं। प्रदेश पुलिस ने पिछले एक महीने में ई-सरल पोर्टल पर प्राप्त कुल 117 शिकायतों में से 113 का समाधान किया जा चुका है।
सीसीटीएनएस के माध्यम से प्रदेश पुलिस द्वारा एफआईआर रजिस्ट्रेशन, गैर संज्ञेय रिपोर्ट, मेडिको लीगल केस, गुमशुदगी, खोई हुई संपत्ति, फॉरेन रजिस्ट्रेशन, अज्ञात व्यक्ति, पर्यवेक्षण रिपोर्ट, अज्ञात मृत शरीर/अस्वाभाविक मृत्यु पंजीकरण, अनुसंधान संबंधी कार्य, शिकायतों के पंजीकरण, जैसी सूचनाएं सीसीटीएनएस के माध्यम से एक ही क्लिक पर उपलब्ध है। विदित है कि राज्य के प्रत्येक पुलिस स्टेशन में सीसीटीएनएस परियोजना लागू करने वाला हरियाणा, देश का पहला राज्य है।
इस दौरान ओपी सिंह ने कहा कि पुलिस की तकनीकी दक्षता बढ़ाने और डेटा की सुरक्षा के लिए सीसीटीएनएस डेटाबेस को सितंबर तक ‘मेघदूत’ प्लेटफॉर्म पर स्थानांतरित किया जाएगा। इसके लिए सभी तैयारियां की जा रही हैं। प्रदेश के सभी थानों में उपलब्ध पुराने कंप्यूटर सिस्टम भी इस वर्ष नवंबर तक पूरी तरह अपग्रेड किए जाएंगे।

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