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केजरीवाल को 15 तक भेजा तिहाड़

07:34 AM Apr 02, 2024 IST
नयी िदल्ली में सोमवार को अरविंद केजरीवाल काे पेशी के लिए कोर्ट ले जाते अिधकारी। -प्रेट्र
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नयी दिल्ली, 1 अप्रैल (एजेंसी)
आबकारी नीति से जुड़े धनशोधन मामले में गिरफ्तार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का ईडी रिमांड पूरा होने पर सोमवार को अदालत ने उन्हें 15 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेज दिया। इससे पहले, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 15 दिन की न्यायिक हिरासत की मांग करते हुए विशेष न्यायाधीश कावेरी बावेजा की अदालत में कहा कि केजरीवाल ने पूछताछ के दौरान बिल्कुल सहयोग नहीं किया। वहीं, अदालत में प्रवेश करने से पहले केजरीवाल ने पत्रकारों से अपनी गिरफ्तारी का संदर्भ देते हुए कहा, ‘प्रधानमंत्री जो कुछ भी कर रहे हैं, वह देश के लिए अच्छा नहीं है।’
अदालत में केजरीवाल की पत्नी सुनीता के अलावा दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी और सौरभ भारद्वाज मौजूद थे। जांच एजेंसी ने 21 मार्च को केजरीवाल को गिरफ्तार किया था। इसके बाद से वह ईडी रिमांड पर थे।

जेल नंबर-2, अलग बैरक, 24 घंटे सीसीटीवी की निगरानी

अधिकारियों ने बताया कि केजरीवाल को तिहाड़ की जेल नंबर-2 में एक अलग बैरक में रखा जाएगा। केजरीवाल अपनी कोठरी में 24 घंटे सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में रहेंगे। वह टीवी देख सकते हैं और किताबें पढ़ सकते हैं। अदालत के आदेश के अनुसार उन्हें घर का बना खाना दिया जाएगा। केजरीवाल को जो पुस्तकें दी जाएंगी, उनमें रामायण, गीता और ‘हाऊ प्राइम मिनिस्टर्स डिसाइड' शामिल हैं। उन्हें एक धार्मिक लॉकेट पहनने की भी अनुमति होगी। पिछले साल अक्तूबर में गिरफ्तार किए गये आप नेता संजय सिंह भी पहले जेल नंबर-2 में थे, हाल ही में उन्हें जेल नंबर-5 में शिफ्ट किया गया है। दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया जेल नंबर-एक में हैं, जबकि भारत राष्ट्र समिति की नेता के. कविता महिला जेल की जेल नंबर-6 में हैं।

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जांच एजेंसी का दावा

मुख्यमंत्री ने कहा- आतिशी और सौरभ को रिपोर्ट करता था विजय नायर

ईडी ने न्यायिक हिरासत के अनुरोध वाली अपनी याचिका में कहा कि पूछताछ के दौरान केजरीवाल ने सवालों के गोलमोल जवाब दिये और जानकारी छिपायी। ईडी ने गोलमोल जवाब के कुछ उदाहरण देते हुए बताया, ‘उन्होंने (केजरीवाल ने) कहा कि विजय नायर उन्हें नहीं, बल्कि आतिशी मार्लेना और सौरभ भारद्वाज को रिपोर्ट करता था। नायर के साथ उनकी बातचीत सीमित थी।’ याचिका में कहा गया कि हालांकि, नायर के बयानों से पता चला है कि वह एक कैबिनेट मंत्री के बंगले में रहता था और मुख्यमंत्री के शिविर कार्यालय से काम करता था। इस बारे में केजरीवाल ने यह दावा करते हुए जवाब टाल दिया कि मुख्यमंत्री शिविर कार्यालय में काम करने वाले व्यक्तियों के बारे में उन्हें जानकारी नहीं है। याचिका में रेखांकित किया गया कि नायर पार्टी में कोई छोटा-मोटा कार्यकर्ता नहीं, बल्कि मीडिया और संचार का प्रमुख था। नायर उन लोगों में है, जिनकी शराब घोटाले में सबसे पहले गिरफ्तारी हुई थी। ईडी ने कहा, ‘केजरीवाल ने डिजिटल सबूतों की प्रामाणिकता पर सवाल उठाकर सवालों का जवाब नहीं दिया। अपने डिजिटल उपकरणों के पासवर्ड भी नहीं बताए।’ याचिका के अनुसार, केजरीवाल को लगभग 45 करोड़ रुपये के हवाला हस्तांतरण के सबूत दिखाए गए। ईडी ने यह दावा भी किया कि केजरीवाल ने एक बयान को लेकर अपनी पार्टी के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष एनडी गुप्ता को ‘भ्रमित' बताया।

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