केजरीवाल बने रह सकते है सीएम : विशेषज्ञा
नयी दिल्ली, 22 मार्च (एजेंसी)
वरिष्ठ अधिवक्ता गोपाल शंकरनारायणन ने कहा कि एक बार गिरफ्तार होने के बाद किसी व्यक्ति के मुख्यमंत्री बने रहने पर कानून में कोई रोक नहीं है। वरिष्ठ अधिवक्ता विकास सिंह ने कहा कि भले ही कानूनी तौर पर ऐसी कोई रोक नहीं है, लेकिन प्रशासनिक तौर पर यह लगभग असंभव होगा। गौर हो कि आप ने भी कहा है कि केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री बने रहेंगे और अगर जरूरत पड़ी तो वह जेल से भी सरकार चलाएंगे। जन प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा-आठ, उपबंध-तीन एक विधायक की अयोग्यता से संबंधित है, जिसमें प्रावधान है कि यदि किसी जनप्रतिनिधि को किसी अपराध के लिए दोषी ठहराया जाता है और दो साल या उससे अधिक की सजा दी जाती है तो वह सजा की तारीख से ही अयोग्य हो जाएगा। संविधान के अनुच्छेद 361 के तहत केवल राष्ट्रपति और राज्यपाल को गिरफ्तारी एवं अदालत के समक्ष कार्यवाही से छूट दी गई है। प्रधानमंत्री और किसी राज्य के मुख्यमंत्री को ऐसी कोई छूट नहीं दी जाती है।
आप का दिल्ली में प्रदर्शन, मंत्री हिरासत में
नयी दिल्ली : केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर शुक्रवार को आम आदमी पार्टी (आप) के सैकड़ों नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ सड़कों पर विरोध प्रदर्शन किया और इस दौरान ‘अरविंद तुम संघर्ष करो, हम तुम्हारे साथ हैं’ के नारे भी लगाए गए। पुलिस ने प्रदर्शन के दौरान दिल्ली की कैबिनेट मंत्री मंत्री आतिशी, सौरभ भारद्वाज और अन्य को हिरासत में लिया। प्रदर्शन में गए पंजाब के मंत्री हरजोत बैंस को भी पुलिस ने हिरासत में लिया। पुलिस ने जब आप कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेने की कोशिशों की तो कई सड़क पर भी लेट गए। महिला पुलिसकर्मियों को महिला प्रदर्शनकारियों को घसीटते हुए देखा गया।
प्रतिक्रियाएं
गिरफ्तारी में दिखती है सत्ताधारी पार्टी की ‘घबराहट’ : उमर अब्दुल्ला
श्रीनगर : नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, ‘ऐसी तैसी डेमोक्रेसी। मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी सत्तारूढ़ दल द्वारा चुनाव में 400 से अधिक सीटें जीतने का दावा करने के बावजूद उनकी घबराहट को दर्शाती है। लोकसभा चुनाव से कुछ ही दिन पहले एक मौजूदा विपक्षी मुख्यमंत्री को एक केंद्रीय एजेंसी द्वारा गिरफ्तार किया जाना लोकतंत्र पर एक धब्बा है।’
भाजपा और टीएमसी में गुप्त समझौता : अधीर
कोलकाता : पश्चिम बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों के बावजूद पश्चिम बंगाल में कभी ऐसा देखने को नहीं मिलेगा क्योंकि भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के बीच गुप्त समझौता है।