ठिठुरन में इंडोर व्यायाम जाे रखें चुस्त-दुरुस्त
मधु सिंह
दिसंबर और जनवरी का महीना उत्तर भारत में हाड़ कंपाती ठंड का होता है, तो देश के दूसरे भी ज्यादातर हिस्सों में इन दिनों सुबह-सवेरे बिस्तर से निकलने का मन नहीं करता। सवाल है जब सर्दियों में बिस्तर छोड़ने का मन न करें तो ऐसे मौसम में हम चुस्त-दुरुस्त कैसे रहें? जाहिर है इसके लिए इंडोर एक्सरसाइज सबसे ज्यादा मददगार हैं। तो आइये कुछ इंडोर एक्सरसाइज के बारे में जानें, जो हमें इन दिनों चुस्त-दुरुस्त रखने में मददगार हों।
रस्सी कूदना
रस्सी कूदना अपने आपमें एक कंप्लीट एक्सरसाइज है। सर्दियों में खास तौर पर इससे बहुत फायदे होते हैं। जब घर के बाहर कोहरे की घटाटोप हो, हाथ को हाथ न सूझ रहा हो, उन दिनों रस्सी कूद कमाल की फायदेमंद एक्सरसाइज है। इससे कंप्लीट कार्डियो वर्कआउट हो जाता है, जो शरीर को समग्र रूप से स्वस्थ रखने में मददगार होता है। इससे हड्डियां भी मजबूत होती हैं और मानसिक स्वास्थ्य भी बेहतर होता है तथा ब्लड सर्कुलेशन भी अच्छा रहता है। ये तीनों चीजें सर्दियों में खास तौर पर शरीर के लिए बेहद उपयोगी हैं। सर्दियों में हड्डियां कड़क जाती हैं और जरा सी चोट लगने पर उनके टूटने का डर रहता है। साथ ही सर्दी के मौसम में लगातार कोहरा छाये रहने से डिप्रेशन होता है। ऐसे में मानसिक परेशानियां भी महसूस होती हैं। रस्सी कूदने से इन सब परेशानियों में फायदा मिलता है। सर्दियों में जब हवा भारी हो जाती है और फेफड़ों को सांस लेने में मुश्किल होती है, तब रस्सी कूद फेफड़ों की क्षमता को बढ़ाती है और इससे स्किन को भी पोषक तत्व मिलते हैं। इसलिए सर्दियों में कम से कम हर रोज 15 मिनट रस्सी कूद जरूर करनी चाहिए। अगर यह एक साथ संभव न हो तो 10 मिनट सुबह कर लें और 5 मिनट शाम को।
बरपीज के फायदे
बरपीज एक्सरसाइज इन दिनों नई पीढ़ी की जुबान पर रहने वाला शब्द है। वास्तव में इस एक्सरसाइज में जंपिंग जैक, स्क्वाॅट्स और पुशअप्स एक साथ किए जाते हैं। अगर पुराने ढंग से देखें तो जब गांवों में जो कई देसी एक्सरसाइज एक साथ की जाती थीं, जिनमें उठक बैठक, डंड बैठक और किसी दीवार या पेड़ के तने को पकड़कर चेस्ट पुशअप करना शामिल होता है, वास्तव में बरपीज इन्हीं पुरानी एक्सरसाइज का नया नाम है। यह वास्तव में एक तरह से बाॅडी वेट एक्सरसाइज, जो बिना किसी मशीन की मदद से संभव है। इससे कैलोरी बर्न होती है। बाॅडी फिट रहती है, दिमाग चुस्त होता है और फैट बर्न होता है। इसकी शुरुआत पुशअप से होती है और दूसरे भाग में स्क्वाॅट्स किया जाता है। स्क्वाॅट्स से सबसे ज्यादा कैलोरी बर्न होती है और कमर के नीचे का हिस्सा विशेषकर हिप्स संतुलित होते हैं। इनकी शेप भी बेहद आकर्षक हो जाती है। इससे कूूल्हों की मसल भी मजबूत होती है। सबसे बड़ी बात यह है कि यह एक्सरसाइज करते समय किसी तरह की चोट का डर नहीं रहता।
धूप सेंकने से प्रतिरोधक क्षमता
यह एक्सरसाइज तो नहीं है, लेकिन सर्दियों में अगर नियमित रूप से इसे किया जाए तो इसके स्वास्थ्य के बहुत लाभ होते हैं। इससे नींद बेहतर होती है, हड्डियां मजबूत होती हैं। सर्दियों में प्राय: जिन महिलाओं का मूड अपसेट रहता है, उन्हें विशेष तौरपर ऐसा करना चाहिए। क्योंकि धूप में बैठने से मूड बेहतर रहता है। इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत होती है तथा इससे मेलाटोनिन में कंट्रोल होता है। लेकिन ये सब फायदे तभी होते हैं, जब हम इन ठिठुरते दिनों में हेल्दी डाइट भी लें, नियमित व्यायाम करें, भरपूर सोएं और पानी पीने से न कतराएं, जो कि सर्दियों में सबसे आम समस्या होती है। -इ.रि.सें.