खाद की गड़बड़ी करने वालों पर नजर, 12 फर्मों के लाइसेंस सस्पेंड
करनाल, 4 दिसंबर (हप्र)
खाद बेचने में गड़बड़ी, बिना अनुमति के खाद के साथ दवा थोपने वाले खाद विक्रेताओं पर कड़ी नजर रखने के लिए कृषि विभाग अलर्ट है। इसके लिए कृषि विभाग द्वारा जिला स्तर से लेकर खड स्तर तक अधिकारियों की टीमें फील्ड में उतारी हैं ताकि गड़बड़ी करने वाले खाद विक्रेताओं के खिलाफ नियम अनुसार कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जा सके।
कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा जिलेभर में की जा रही ताबड़तोड़ चैकिंग की बदौलत 12 फर्मों के लाइसेंस सस्पेंड किये जा चुके हैं जबकि 5 खाद विक्रेताओं को नोटिस थमाये गए। अधिकारियों द्वारा लगातार की जा रही चैकिंग की बदौलत खाद विक्रेताओं में हड़कंप मचा हुआ है।
यहीं नहीं उप कृषि निदेशक कार्यालय में सीधे भेजी जाने वाली शिकायतों के अलावा फील्ड में तैनात कृषि अधिकारियों को मिलने वाली सूचनाओं पर तुरंत एक्शन लेकर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है, जिससे किसानों को यूरिया आदि मिलने में किसी प्रकार की दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
एक अनुमान अनुसार जिले में करीब 4 लाख 80 हजार एकड़ में रबी की फसल की बिजाई की जाती हैं, जिसके लिए 1 लाख 4 हजार एमटी यूरिया की आवयकता होती है।
कृषि अधिकारी बोले
कृषि अधिकारी सुनील बजाड़ ने बताया कि सोमवार को भी करनाल शहर की जनता मंडी में खाद विक्रेताओं की दुकान पर चैकिंग की गई, इस दौरान एक दुकान का लाइसेंस सस्पेंड तो एक को नोटिस जारी किया गया। दुकानों में यूरिया का स्टॉक चैक किया गया।
रबी फसल के लिए पर्याप्त यूरिया उपलब्ध : डॉ. वजीर सिंह
उप कृषि निदेशक ने बताया जिला करनाल में कुछ किसानों द्वारा कुछ खाद विक्रताओं के बारे में शिकायत की गई थी कि खाद विक्रेता उन्हें खाद के साथ अन्य उत्पाद लगाकर बेच रहे है, जो कि फर्टिलाइजर (कंट्रोल) आर्डर 1985 का उल्लंघन है। 12 खाद विक्रेताओं द्वारा पीओएस मशीन से खाद की बिक्री नहीं की गई थी। ऐसे खाद विक्रेताओं के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनका खाद ब्रिकी का लाइसेंस निलंबित किया गया है, जबकि 5 को नोटिस भेजकर जवाब मांगा गया है। संतोषजनक जवाब न मिलने पर लाइसेंस सस्पेंड की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने बताया कि रबी सीजन 2023-24 के लिए समुचित मात्रा में खाद उपलब्ध है, किसानों को जिले में खाद की कमी नहीं होगी। गड़बड़ी करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।