भुगतान के मामले में करनाल शुगर मिल प्रथम, गन्ने के वेस्ट से बिजली बनाकर कमाये करोड़ों
करनाल, 5 जुलाई (हप्र)
करनाल की सहकारी शुगर मिल प्रदेश के दूसरे मिलों के सामने मॉडल के तौर पर उभरी है। मिल ने समय पर किसानों को गन्ना का भुगतान कर प्रदेश में प्रथम स्थान हासिल किया है, साथ ही गन्ने के वेस्ट से मिल ने करोड़ों रुपए की अतिरिक्त कमाई की है। जिससे शुगर मिल पहली बार मुनाफा कमाने वाली सहकारी इकाई बन गई है। जिससे मिल प्रबंधन काफी उत्साहित है। मिल के प्रबंध निदेशक हितेन्द्र कुमार ने कहा कि शुगर मिल और किसानों के बीच बेहतर तालमेल के साथ हम गन्ना किसानों को समय पर भुगतान कर रहे हैं और किसान भी शुगर मिल के साथ पूरा सहयोग करते हैं। इस कारण आज यह शुगर मिल विभिन्न क्षेत्रों में नये आयाम स्थापित कर रही है। उन्होंने कहा कि 18 मेगावाट बिजली उत्पादन जिसमें 5 मेगावाट से 6 मेगावाट के बीच की आंतरिक खपत के बाद बाकी बिजली एचपीपीसी को भेजी जा रही है। हरियाणा बिजली खरीद केंद्र को बिजली की आपूर्ति कर मिल ने चालू पेराई सत्र के दौरान 25 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय अर्जित की है। उन्होंने कहा कि इस मिल ने अपनी पेराई क्षमता को 2,200 टन गन्ना प्रतिदिन से बढ़ाकर 3,500 टीसीडी कर लिया है। मिल एमडी ने बताया कि तकनीकी दक्षता, पिराई क्षमता और किसानों को समय से भुगतान के चलते करनाल शुगर मिल प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर पर अनेक अवॉर्ड हासिल कर चुकी है।
महाप्रबंधक ने कहा कि किसानों को उनकी उपज की बिक्री के पांच दिनों के भीतर भुगतान किया जा रहा है। ऑनलाइन टोकन की व्यवस्था करने में असमर्थ किसानों के लिए दो हेल्पलाइन नंबर शुरू किए गए हैं।