करिश्मा का दमदार किरदार
प्रदीप सरदाना
करिश्मा तन्ना टीवी की एक लोकप्रिय अभिनेत्री होने के साथ फिल्मों में भी काम करती रही हैं। अपने 20 से अधिक बरसों के कैरियर में करिश्मा को पहली लोकप्रियता ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ के इन्दु के रोल से मिली। बाद में वह ‘नागिन-3’ के अलावा ‘बालवीर’ और ‘बिग बॉस’ जैसे और भी कई टीवी शो में लोकप्रिय होती रहीं। फिल्म ‘संजू’ में एक छोटे रोल और ‘ग्रेंड मस्ती’ में भी करिश्मा खूब फबी। फिलहाल उनके एक रोल की चर्चा है। उनका वह किरदार है वेब सीरीज ‘स्कूप’ में क्राइम रिपोर्टर जागृति पाठक का। कुल 6 एपिसोड की ‘स्कूप’ अभी नेट फ्लिक्स पर रिलीज हुई है। जो क्राइम रिपोर्टर जिग्ना वोरा की आत्मकथा ‘बिहाइंड बार्स इन बायकुला-माई डेज इन प्रिज़न’ पर आधारित है। करिश्मा इसमें जिग्ना की भूमिका में है। जो अपराध पत्रकारिता की दुनिया में इतनी तेजी से उभरती है कि उससे बहुत लोग ईर्ष्या करने लगते हैं। उसे एक हत्या के जुर्म में जेल भी हो जाती है। करिश्मा के साथ हैरी बवेजा,जीशान अय्यूब भी अहम भूमिकाओं में हैं। सीरीज को हंसल मेहता ने बनाया है।
‘पठान’ अब टीवी पर
शाहरुख खान की फिल्म ‘पठान’ ने इस साल 543 करोड़ रुपए का कारोबार करके एक नया रिकॉर्ड बनाया है। हालांकि जब यह गत 25 जनवरी को रिलीज हुई तो इस फिल्म को लेकर इतना विवाद था कि इसके चलने पर भी आशंका थी। लेकिन अब यह यशराज बैनर और शाहरुख खान की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म हो गयी है। अब यही फिल्म टीवी पर आ रही है। ‘पठान’ का स्टार गोल्ड चैनल पर कल रात 8 बजे वर्ल्ड टीवी प्रीमियर होने जा रहा है। निर्देशक सिद्धार्थ आनंद की इस फिल्म में दीपिका पादुकोण और जॉन अब्राहम भी हैं।
अपना सीन खुद किया शूट
क्या कोई कलाकार अपने किसी दृश्य को खुद फिल्मा सकता है? पहली नज़र में इसका जवाब होगा- ‘नहीं’। आखिर कोई खुद शूटिंग का भारी-भरकम कैमरा पकड़ कर अपने ऊपर कैसे शूट कर सकता है। लेकिन इस ‘सेल्फी युग’ में जब अपनी फोटो खुद खींच सकते हैं तो अपनी शूटिंग भी खुद की जा सकती है, यह बात अभिनेत्री रचना मिस्त्री ने साबित कर दी है। हुआ यूं कि स्टार भारत के जिस सीरियल ‘ना उम्र की सीमा हो’ में रचना, विधि के लीड रोल में है उसमें एक सीन में विधि (रचना) के पैरों को चलते हुए दिखाया जाना था। लेकिन धूप में यह सीन करते हुए कैमरा मैन की परछाई भी दृश्य में आ रही थी। तब उस सीन को न करने का फैसला लिया। लेकिन रचना ने उसका ऐसा हल निकाला कि वह सीन हो गया। रचना कहती है-‘मैंने सोचा यदि इस सीन को मैं खुद कैमरा पकड़ कर अपने पैरों की ओर करके शूट करूं तो यह हो सकता है। मैंने कैमरा हाथ में पकड़ा तो पता लगा उसका वज़न 25 किलो है। मैंने फिर भी कोशिश की तो वह सीन हो गया।’
गीतांजलि जब दूरदर्शन का चेहरा बनी
हाल ही में दूरदर्शन की पूर्व न्यूज़ रीडर गीतांजलि अय्यर का 76 बरस की उम्र में निधन हो गया। गीतांजलि करीब 30 बरस तक दूरदर्शन की न्यूज़ रीडर रहीं। साल 1971 में जब गीतांजलि ने दूरदर्शन पर न्यूज़ पढ़नी शुरू कीं तब रेडियो समाचार ही ज्यादा लोकप्रिय थे। लेकिन दूरदर्शन पर हिन्दी में प्रतिमा पुरी और अंग्रेजी में गीतांजलि ने समाचार पढ़कर टीवी न्यूज़ को भी एक नयी पहचान दे दी। गीतांजलि ने यूं अपने कैरियर की शुरुआत रंगमंच और रेडियो से की थी। किन्तु उनका टीवी पर समाचार पढ़ने का अंदाज़ और व्यक्तित्व इतना पसंद किया गया कि देखते ही देखते वह दूरदर्शन का चेहरा बन गईं। उन्होंने उस दौर के धारावाहिक ‘खानदान’ में भी अभिनय किया। गीतांजलि अपने अच्छे कार्यों के साथ अच्छे व्यवहार के कारण भी याद आती रहेंगी।