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साधुओं के शाही स्नान के साथ मेला कपाल मोचन शुरू

08:57 AM Nov 24, 2023 IST
साधुओं के शाही स्नान के साथ मेला कपाल मोचन शुरू
यमुनानगर में बृहस्पतिवार को मेला कपाल मोचन में साधुओं ने किया शाही स्नान। -हप्र
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सुरेंद्र मेहता/हप्र
यमुनानगर, 23 नवंबर
राज्य स्तरीय हिंदू-सिख एकता का प्रतीक मेला कपाल मोचन साधुओं के शाही स्नान के साथ बृहस्पतिवार को शुरू हो गया। मेले में देश के विभिन्न राज्यों से 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के भाग लेने की संभावना है।
महर्षि वेद व्यास की कर्म स्थली तीर्थराज बिलासपुर में आयोजित इस कपाल मोचन मेला की शुरुआत व मेला क्षेत्र में लगाई गई प्रदर्शनी का उद्घाटन अम्बाला मंडल की आयुक्त रेेणू एस फुलिया ने किया। रेणूू एस फुलिया ने उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार, पुलिस अधीक्षक गंगा राम पुनिया सहित मेले के प्रबंधों से जुड़े अधिकारियों, श्राइन बोर्ड के सदस्यों सहित हवन यज्ञ में आहुति डाली।
इस तीर्थराज कपाल मोचन में भगवान शिव ने स्नान कर अपने हाथ पर लगे ब्रह्म कपाली को दूर किया था। उसके बाद भगवान रामचंद्र लक्ष्मण व सीता जी के साथ आए और यहां स्नान किया। उसके बाद भगवान कृष्ण पांडवों के साथ आए और पितृ ऋण से मुक्ति पाई। रेणु फुलिया ने कहा कि महाभारत का 18 दिन युद्ध चलने के बाद पाण्डवों ने कपाल मोचन में पहुंचकर ऋण मोचन सरोवर में अपने अस्त्र-शस्त्रों को धोया था और युद्ध में मारे गए अपने परिजनों की मुक्ति की कामना की थी। उन्होंने कहा कि कपाल मोचन मेला में पहुंचने वाले हर श्रद्धालु की कामना होती है और श्रद्धाभाव से देश के विभिन्न राज्यों से श्रद्धालुगण पहुंचते हैं।
कपाल मोचन मेला से सिख श्रद्धालु पावंटा में गुरुद्वारा साहिब में दर्शनों के लिए भी जाते हैं। कपाल मोचन मेला क्षेत्र में स्थित 3 सरोवरों-कपाल मोचन सरोवर, ऋण मोचन सरोवर व सूरजकुंड सरोवर में श्रद्धालुओं की स्नान करने के प्रति आस्था है। मंदिर के मुख्य पुजारी सुभाष शर्मा ने बताया कि पवित्र तीर्थराज पर श्री गुरु नानक देव जी व श्री गुरु गोविंद सिंह जी यहां पधारे थे।
उपयुक्त मनोज कुमार ने बताया कि मेला क्षेत्र को 4 सेक्टरों में बांटा है। बिजली, पानी, साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था की गई है तथा तीनों सरोवरों में स्वच्छ पानी भरा गया है। सुरक्षा के लिए 2000 कर्मचारी तैनात किए हैं।
मेला प्रशासक एवं बिलासपुर के एसडीएम जसपाल सिंह गिल ने मुख्य अतिथि सहित अन्य महानुभवों को धन्यवाद किया।
मेला के उद्घाटन पर न्यू हैप्पी सिनीयर सेकेंडरी स्कूल बिलासपुर, राजकीय आदर्श मॉडल संस्कृति स्कूल बिलासपुर, राजकीय सिनीयर सेकेंडरी स्कूल बिलासपुर, एमआर इंटरनेशनल स्कूल बिलासपुर, सरस्वती सिनीयर सेकेंडरी स्कृूल, ज्ञान ज्योति वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल बिलासपुर, गणपति कान्वेंट स्कूल बिलासपुर के छात्र-छात्राओं तथा ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी।

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वाहनों की पार्किंग को लेकर एडवाइजरी

जिला पुलिस प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं के वाहनों की पार्किंग को लेकर की एडवाइजरी जारी। पुलिस अधीक्षक गंगाराम पूनिया ने यह जानकारी दी। एडिशनल एसपी हिमाद्री कौशिक की ओर से ट्रैफिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए विशेष प्लान बनाया है। एडवाइजरी के अनुसार जगाधरी की तरफ से आने वाले श्रद्धालुओं के वाहन बिलासपुर के शिव चौक के पास अनाज मंडी में बनाई गई पार्किंग में पार्क किए जायेंगे। साढौरा मछरोली की तरफ से आने वाले श्रद्धालुओं के वाहन पुलिस नाका के पास बनाई पार्किंग में वाहन पार्क किए जाएंगे। श्रद्धालुओं को मेला एरिया तक लाने व ले जाने की सुविधा के लिए जिला प्रशासन की तरफ से ऑटो रिक्शा की व्यवस्था की गई है।

धातु नगरी के बर्तन विक्रेता भी तैयार

जगाधरी (निस) : कपाल मोचन मेले के समापन पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु बर्तन नगरी जगाधरी का रुख करते हैं। इस दिन यहां पर भारी मात्रा में बर्तनों की बिक्री होती है। इस बार भी बर्तन विक्रेता अच्छा काम होने की उम्मीद को लेकर अभी से तैयार हैं। मेले में हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, जम्मू सहित कई राज्यों के श्रद्धालु स्नान के लिए पहुंचते हैं। इनमें ज्यादा संख्या पंजाब के श्रद्धालुओं की होती है। इस दिन बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है। इसलिए सभी कुछ न कुछ बर्तन जरूर लेकर घरों को जाते हैं। व्यवसायी आशीष मित्तल, विपन कुमार, संजीव गुप्ता, अंकुर महेश्वरी का कहना है कि बर्तनों की बिक्री खास तौर पर होती है। उनका कहना है कि इस बार अच्छा काम रहने की उम्मीद है। इस दिन को कई दुकानदार छोटी धनतेरस भी कहते हैं।

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