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नानी की रगों में दशकों तक दौड़ता रहा कल्याणी का खून

06:56 AM Jun 14, 2024 IST
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ललित शर्मा/हप्र
कैथल, 13 जून
नानी बीमार पड़ी तो खून देने के लिए 16 साल की दोहती कल्याणी सचान जिद करके सबसे आगे खड़ी हो गई। कल्याणी का खून कई दशकों तक नानी की रंगों में दौड़ता रहा। नानी एक शतक से एक साल ज्यादा जिंदा रहीं और तब तक दोहती को लंबी उम्र की दुआएं देती रहीं। गुरुग्राम निवासी कल्याणी अब 55 साल की हैं और इतने वर्षाें में 55 बार रक्तदान करके असंख्य लोगों की जिंदगी बचा चुकी हैं। कल्याणी प्रदेश भर की उन 110 रक्तदान शिरोमणि महिलाओं में शामिल हैं, जिन्हें शक्रवार को हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय अम्बाला में सम्मानित करेंगे। 56 साल की सुनीता उस समय सिर्फ 19 वर्ष की नर्सिंग छात्रा थीं। अस्पताल में एक जरूरतमंद को इच्छा से खून दिया। इसके बाद, नौकरी लगी। सुनीता 56 बार खून दान कर चुकी हैं। यह सिलसिला अभी जारी है। उनका भी आज सम्मान किया जाएगा।
हरियाणा रेडक्रास सोसाइटी हरियाणा की रक्तदान करने वाली 110 महिलाओं व रक्तदान की दिशा में काम करने वाली सामाजिक संस्थाओं को राज्यपाल के हाथों सम्मानित करवाएगी। इन महिलाओं में 75 बार रक्तदान करने वाली रोहतक की मुन्नी गोदारा को भुलाया नहीं जा सकता है। सुनीता अहलावत ने 56 बार, दीपा भारद्वाज ने 50 बार और हिसार की शमीम शर्मा 49 बार रक्तदान करके इतिहास रच चुकी हैं। हरियाणा रेडक्रास ने पिछले साल हरियाणा में 5512 रक्तदान शिविर लगाकर 340128 यूनिट रक्त एकत्रित किया था । कैथल जिले में 131 रक्तदान शिविर लगाकर 12367 यूनिट रक्त जरूरतमंदों को दिया गया।

खून की कमी से किसी को मरने नहीं दिया : डा. सुनीता


ऐसा माना जाता है कि महिलाओं में शारीरिक मासिक चक्र के कारण अकसर खून की कमी रहती है। लेकिन किसी को जब भी खून की जरूरत पड़ी उसे खून उपलब्ध करवाया गया। खून की कमी के कारण किसी को इन महिलाओं ने मरने नहीं दिया। ये महिलाएं देशभर की महिलाओं के लिए प्रेरणा बनीं।
-डाॅ. सुनीता गर्ग, स्त्री रोग विशेषज्ञ, कैथल
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रेडक्रास का निरतंर प्रयास


रक्त के अभाव में किसी की जान न जाए इस दिशा में रेडक्रास निरंतर काम कर रहा है। हरियाणा शाखा रक्तदान की दिशा में बेहतर काम कर रही है। लोगों को रेडक्रास से जोड़ने के लिए राष्ट्रपति अवार्ड मिल चुका है।
-डॉ. मुकेश अग्रवाल, महासचिव, भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी, हरियाणा

 

55 बार रक्तदान


समाज कल्याण के लिए एक उड़ान कल्याणी चैरिटबल फाउंडेशन संस्था बनाई हुई है। स्वछता, रक्तदान, पर्यावरण संरक्षण को लेकर कई काम किए। राष्ट्रपति सम्मानित कर चुके हैं। 55 बार रक्तदान करके लोगों की जान बचाई। बाल कल्याण के लिए हरियाणा राज्य परिषद द्वारा कोरोना वॉरियर सम्मान दिया गया। इसके अलावा विभिन्न कार्याें के लिए दर्जनों पुरस्कार मिले हैं।
-कल्याणी सचान, एक उड़ान कल्याणी चैरिटबल फाउंडेशन की अध्यक्ष

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