कालका-शिमला हाईवे दूसरे दिन भी बंद
सोलन, 3 अगस्त (एस)
सोलन के चक्की मोड़ के पास बुधवार देर रात भूस्खलन के चलते क्षतिग्रस्त कालका-शिमला हाईवे बृहस्पतिवार को दूसरे दिन भी बंद रहा। सोलन के उपायुक्त मनमोहन शर्मा ने बृहस्पतिवार को मौके पर जाकर क्षतिग्रस्त राष्ट्रीय राजमार्ग का जायज़ा लिया। उन्होंने हाईवे की शीघ्र बहाली के संबंध में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण व अन्य विभागों के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।
दूसरे रास्तों से भेजे जा रहे वाहन
चक्की मोड़ के पास भारी भूस्खलन के कारण दो दिन से हाईवे बंद होने के कारण वाहनों की आवाजाही के लिए अलग-अलग वैकल्पिक मार्ग दिए हैं। चंडीगढ़ से शिमला जाने वाले छोटे वाहन परवाणू वाया कसौली-धर्मपुर जा रहे हैं जबकि भारी वाहनों को चंडीगढ़ से शिमला के लिए वाया काला अंब, नाहन, कुमारहट्टी भेजा जा रहा है। शिमला से चंडीगढ़ जाने वाले भारी वाहनों को कुनिहार-नालागढ़-पिंजौर मार्ग तथा नाहन रोड से भेजा जा रहा है। छोटे वाहनों को जोहड़जी-कामली मार्ग से भी भेजा जा रहा है। इस बीच, एसपी सोलन गौरव सिंह ने बताया कि चक्की मोड़ पर एनएच-5 पर सड़क निर्माण का कार्य युद्धस्तर पर जारी है।
मंडी में चंडीगढ़-मनाली हाईवे 22 घंटे बाद बहाल
पुरुषोत्तम शर्मा/निस
मंडी : चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे 6 मील के पास यातायात के लिए बहाल हो गया है। बीती शाम करीब पांच बजे 6 मील के पास भारी भू-स्खलन के कारण हाईवे बंद हो गया था। भारी बारिश के कारण कल मलबा हटाने का कार्य नहीं किया जा सका था। बृहस्पतिवार सुबह 5 बजे से केएमसी कंपनी के ठेकेदार मशीनों के साथ मलबा हटाने के कार्य में जुट गए। कड़ी मशक्कत के बाद करीब 3 बजे हाईवे को यातायात के लिए बहाल कर दिया गया। पिछले 22 घंटे से फंसे लोगों ने हाईवे खुलते ही राहत की सांस ली। बता दें कि हाईवे बंद हो जाने के कारण छोटे वाहनों को तो वैकल्पिक मार्गों से भेजा जा रहा था, जबकि बड़े वाहनों को यहीं रोके रखा गया। एसएचओ मंडी ने बताया कि मौके पर मलबे के ऊपर कुछ बड़ी चट्टानें लटकी हुई थीं। यदि इन्हें नहीं हटाया जाता तो इनके दोबारा गिरने का खतरा बना रहता। इसलिए इन्हें हटाने में थोड़ा अधिक समय लग गया।