काबुल हवाई अड्डे पर हमला, 2 धमाकों में 15 की मौत
काबुल, 26 अगस्त (एजेंसी)
काबुल के अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के बाहर बृहस्पतिवार शाम 2 विस्फोट हुए। शुरुआती रिपोर्टों के अनुसार इन हमलों में कम से कम 15 लोग मारे गये, जबकि कई लोग घायल हुए हैं, जिनमें बड़ी संख्या में तालिबान गार्ड भी शामिल हैं। मृतकों में बच्चे, महिलाएं और अमेरिकी नागरिक भी शामिल हैं। वाशिंगटन में पेंटागन के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने बताया कि एक विस्फोट हवाई अड्डे के एब्बे गेट के पास हुआ, जबकि दूसरा पास ही स्थित होटल बारों के नजदीक हुआ। दो अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि इनमें से कम से कम एक हमला आत्मघाती था। हमले के पीछे आईएसआईएस-खुरासान का हाथ माना जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम यह बात दावे के साथ कह सकते हैं कि एब्बे गेट के पास हुए हमले में अमेरिकियों की भी मौत हुई है। सूत्रों के अनुसार 4 अमेरिकी सैनिक मारे गये हैं। तालिबान ने इसे अातंकी हमला बताते हुए निंदा की। ये हमले ऐसे वक्त हुए, जब अफगानिस्तान पर तालिबान के नियंत्रण के बाद से हजारों अफगान देश से निकलने के लिए हवाई अड्डे पर जमा हैं।
दिन में ही जतायी थी हमले की आशंका
ब्रिटेन, आॅस्ट्रेलिया और अमेरिका ने अति विश्वसनीय जानकारी का हवाला देकर हवाई अड्डे पर ऐसे हमले की आशंका भी जताई थी। ब्रिटिश सरकार ने बृहस्पतिवार को चेतावनी दी थी कि इस्लामिक स्टेट (आईएस) के आतंकवादियों द्वारा काबुल हवाई अड्डे पर जमा लोगों को निशाना बनाकर हमला किए जाने की ‘बहुत विश्वसनीय’ खुफिया रिपोर्ट है। उधर ऑस्ट्रेलिया ने भी वहां अपने नागरिकों को काबुल हवाईअड्डे न जाने की सलाह दी थ्ाी। उसके अनुसार वहां ‘आतंकवादी हमला होने का बहुत गंभीर खतरा है।’ ब्रिटिश सशस्त्र बल मंत्री जेम्स हेप्पी ने बृहस्पतिवार को लंदन में बीबीसी से कहा था कि ‘बहुत विश्वसनीय’ खुफिया सूचना है कि अफगानिस्तान छोड़ने की कोशिश में काबुल हवाई अड्डे पर जमा हुए लोगों पर इस्लामिक स्टेट जल्द ही हमला करने की योजना बना रहा है। ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री मारिसे पायने ने भी कहा था कि आतंकवादी हमला होने का बहुत ज्यादा खतरा है। अमेरिका ने भी अफगानिस्तान में नागरिकों से कहा था कि काबुल हवाई अड्डे न जाएं या वहां जमा न हों। इनको हवाईअड्डे के 3 विशिष्ट द्वारों से दूर रहने की चेतावनी दी गयी थी।