ऊना की बल्क ड्रग फार्मा पार्क में खुलेगा नौकरियों का पिटारा
शिमला, 28 जून (निस)
हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला में प्रस्तावित बल्क ड्रग फार्मा पार्क में जल्द ही नौकरियों के पिटारा खुलेगा। हालांकि सुक्खू सरकार फिलहाल इस ड्रग फार्मा पार्क में प्रदेश के युवाओं को नौकरी नहीं देगी और राज्य के उद्योग विभाग के सेवानिवृत्त कर्मचारियों को ही नौकरी पर रखेगी। सरकार की हाई पावर कमेटी ने ड्रग फार्मा पार्क में भर्तियों को अपनी मंजूरी दे दी है। शुरूआती दो साल के लिए उद्योग विभाग से ही सेवानिवृत कर्मचारियों को यहां पर रखा जाएगा। इसके बाद नियमित आधार पर भर्तियां की जाएंगी। शिमला में आज उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान की अध्यक्षता में हाई पावर कमेटी की बैठक हुई जिसमें प्रधान सचिव उद्योग आर.डी.नजीम, निदेशक उद्योग राकेश प्रजापति व अन्य अधिकारी मौजूद थे। यहां बिजली बोर्ड व जल शक्ति विभाग के अफसर भी मौजूद थे। जानकारी के अनुसार सेवानिवृत कर्मचारियों में से करीब तीन दर्जन से ज्यादा लोगों को यहां पर रखा जाएगा। बल्क ड्रग पार्क के लिए जो कंपनी सरकार ने बनाई है उसमें यह नियुक्तियां होंगी क्योंकि पुराने लोगों के पास लंबा अनुभव है इसलिए उनके अनुभव का लाभ यहां पर लिया जाएगा। वैसे भी नई भर्तियों में समय लग जाएगा और यहां समय की कमी है क्योंकि तेजी के साथ काम शुरू किया जाना है। इसके साथ बल्क ड्रग पार्क में आगे निवेश किस तरह से होगा, कहां से कंपनियां आएंगी, उनको किस तरह से रिझाना है इस पूरे काम के लिए कंसलटेंट की नियुक्ति की जाएगी। कंसलटेंट की नियुक्ति के लिए भी हाई पावर कमेटी ने अपनी मंजूरी प्रदान कर दी है। इसके लिए अब टेंडर लगाया जाएगा और किसी कंपनी को चुना जाएगा जोकि यहां पर निवेश के मामलों को देखेगी।
पानी की व्यवस्था पर खर्च होंगे 30 करोड़
जल शक्ति विभाग को 30 करोड़ रूपए यहां पर पानी की व्यवस्था करने के लिए दिए गए हैं। विभाग द्वारा 50 लाख लीटर पानी की व्यवस्था यहां पर करनी है। अभी जल शक्ति विभाग ने 11 करोड़ रूपए की और मांग रखी है जिससे उसके काम में तेजी आ सकेगी। इसके अलावा बिजली बोर्ड यहां पर बिजली की व्यवस्था में लगा है जिसने भी बजट जारी करने के लिए कहा है। लगभग दो हजार करोड़ रूपए की राशि बल्क ड्रग पार्क पर खर्च होनी है जिसमें से एक हजार करोड़ रूपए केन्द्र सरकार देगी। उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि तय समय पर बल्क ड्रग पार्क को स्थापित किया जाएगा। इसके लिए तेजी से निर्णंय लिए जा रहे हैं और जो काम सौंपे गए थे वो पूरे भी हो चुके हैं।