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डीपीआर में उलझी जींद में ठोस कचरा प्रबंधन संयंत्र की योजना

06:58 AM Aug 06, 2024 IST
डीपीआर में उलझी जींद में ठोस कचरा प्रबंधन संयंत्र की योजना

जसमेर मलिक/हप्र
जींद, 5 अगस्त
शहर से निकलने वाले ठोस कचरे के सुरक्षित निस्तारण के लिए शहर के हांसी रोड पर नगरपरिषद की ठोस कचरा प्रबंधन संयंत्र स्थापित करने की योजना कई महीने से अटकी पड़ी है। ठोस कचरा प्रबंधन संयंत्र की डीपीआर अर्बन लोकल बॉडी विभाग के मुख्यालय के स्तर पर तैयार करवाने की कवायद पिछले साल शुरू हुई थी। अभी तक डीपीआर तैयार नहीं हुई है। गौरतलब है कि 2 लाख से ज्यादा की आबादी वाला जींद शहर 125 टन ठोस कचरा हर रोज उगलता है। इसमें सूखा और गीला दोनों तरह का कचरा हाेता है। सभी 31 वार्डों से ठेकेदार ट्रैक्टर-ट्रालियों के जरिए कूड़ा उठाता है। उसे हांसी रोड पर नगर परिषद की 15 एकड़ से ज्यादा जमीन पर बने डंपिंग जोन पर पहुंचाया जाता है। यहां ठोस कचरे के ढेर लगे रहते हैं। शहर के ठोस कचरे के सुरक्षित निस्तारण की अभी तक कोई व्यवस्था नहीं है।
करोड़ों में खरीदी 10 एकड़ जमीन
शहर के ठोस कचरे के निस्तारण के लिए ठोस कचरा प्रबंधन संयंत्र के लिए नगरपरिषद ने हांसी रोड पर लगभग तीन साल पहले करोड़ों रुपए की राशि से जमीन खरीदी थी। नगरपरिषद प्रशासन ने अर्बन लोकल बॉडी विभाग के मुख्यालय को जींद में ठोस कचरा प्रबंधन संयंत्र स्थापित करने की योजना का प्रस्ताव भेजा। मुख्यालय को इसकी डीपीआर तैयार करवानी है। पिछले कई महीने से डीपीआर तैयार नहीं हो पा रही। डीपीआर का इंतजार अब बहुत लंबा होता जा रहा है। इस साल के शुरू में डीपीआर तैयार हो जाने की उम्मीद थी, मगर बात नहीं बन पाई। शहर के ठोस कचरे के निस्तारण के लिए हांसी रोड पर 10 एकड़ से ज्यादा जमीन पर ठोस कचरा प्रबंधन संयंत्र स्थापित करने की योजना है।
स्वच्छता रैंकिंग में सुधार के लिए संयंत्र बहुत जरूरी
ठोस कचरा प्रबंधन संयंत्र जींद शहर की स्वच्छता रैंकिंग में सुधार के लिए बहुत जरूरी है। संयंत्र नहीं होने के कारण ही जींद की स्वच्छता रैंकिंग तेजी से नीचे लुढ़की है। हांसी रोड पर फिलहाल ठोस कचरे के जो ढेर लगे हैं, उनसे उठने वाली बदबू से आसपास के लोगों को दिक्कत होती है।

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चेयरपर्सन प्रतिनिधि को नहीं है जानकारी

शहर की इतनी अहम योजना के बारे में नगरपरिषद चेयरपर्सन के प्रतिनिधि डॉ राज सैनी को जानकारी ही नहीं है। उन्होंने कहा कि नगरपरिषद के चीफ सैनिटरी इंस्पेक्टर ने उन्हें बताया कि उनके नोटिस में ऐसी कोई योजना की जानकारी नहीं। अर्बन लोकल बॉडी विभाग के मुख्यालय के कार्यकारी अभियंता अंकित लोहान के मोबाइल पर कॉल की गई, तो कोई जवाब नहीं मिला।

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