जींद, 27 फरवरी (हप्र)जींद की सीआरएसयू के प्रबंधन विभाग में पीएचडी में एडमिशन में कथित धांधली का मामला अब यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन तक पहुंच गया है। यूजीसी की डिप्टी सेक्रेटरी डॉ. समिता भिड़ानी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए यूनिवर्सिटी रजिस्ट्रार से तुरंत कार्रवाई करने को कहा है। इसके अलावा इस विभाग का पीएचडी का रोस्टर रजिस्टर काफी समय से नहीं मिल रहा। रोस्टर रजिस्टर नहीं मिल पाने बारे चौंकाने वाला खुलासा एबीवीपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य रोहन सैनी द्वारा जींद की सीआरएसयू की के प्रबंधन विभाग की पीएचडी में हुए एडमिशन को लेकर लगाई गई आरटीआई में हुआ है। रोहन सैनी द्वारा लगाई गई आरटीआई के जवाब में प्रबंधन विभाग के अध्यक्ष डॉ. जसवीर सूरा ने लिखा कि रोस्टर रजिस्टर नहीं मिल रहा। मिलते ही जानकारी दे दी जाएगी।यूजीसी चेयरमैन प्रो. एम जगदेश कुमार को मामले की शिकायत होने पर यूजीसी की डिप्टी सेक्रेटरी डॉ. समिता भिड़ानी ने सीआरसएसयू की रजिस्ट्रार प्रो. लवलीन मोहन को पत्र लिखकर मामले में तुरंत कार्रवाई के लिए कहा है। प्रबंधन विभाग में पीएचडी में 4 सीटों पर एडमिशन की नोटिफिकेशन हुई थी, मगर 12 एडमिशन कर दिए गए। इसमें भी यूनिवर्सिटी की एग्जाम ब्रांच में तैनात एक कर्मचारी का दाखिला भी शामिल है, जिस पर सबसे बड़ा सवाल यह है कि एग्जाम ब्रांच में तैनात कोई कर्मचारी एंट्रेंस टेस्ट में बैठ ही नहीं सकता।एडमिशन घोटाले बारे लगे थे पोस्टरजींद की सीआरएसयू के कैंपस में 10 फरवरी को जगह-जगह प्रबंधन विभाग के अध्यक्ष डॉ. जसवीर सूरा के पोस्टर लगे थे। पोस्टरों में डॉ. जसवीर सूरा को हटाओ, यूनिवर्सिटी को बचाओ लिखा गया था। प्रबंधन विभाग के अध्यक्ष डॉ. जसवीर सूरा से पीएचडी में एडमिशन का रोस्टर रजिस्टर गुम होने बारे बात की गई तो उनका कहना था कि रजिस्टर गुम नहीं हुआ है।यूजीसी का पत्र जांच कमेटी को भेजारजिस्ट्रार प्रो. लवलीन मोहन ने कहा कि यूजीसी से यूनिवर्सिटी को जो पत्र मिला है, वह उस तीन सदस्यीय जांच कमेटी को सौंप दिया गया है, जो प्रबंधन विभाग में पीएचडी में एडमिशन की जांच कर रही है। रजिस्ट्रार ने कहा कि जांच कमेटी जो भी जानकारी मांग रही है, वह सारी जानकारी उपलब्ध करवाई जा रही है। यूनिवर्सिटी प्रशासन चाहता है कि मामले की जल्द और निष्पक्ष जांच हो।आंदोलन तेज करेगी एबीवीपीछात्र संगठन एबीवीपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य रोहन सैनी ने कहा कि उनका संगठन इस मामले में अपना रुख और सख्त करने जा रहा है। यदि इस मामले में किसी को बचाने का प्रयास किया गया, उनका संगठन मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री का पुतला फूंक कर वीसी कार्यालय के अंदर ही धरना शुरू कर देगा।