पढ़ाई के साथ छात्राओं को आत्मनिर्भर बना रहा झाड़ साहिब कॉलेज
सुरजीत सिंह/ निस
समराला, 8 मई
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की देखरेख में संचालित ग्रामीण क्षेत्र की शैक्षणिक संस्था गुरु गोबिंद सिंह खालसा कॉलेज फॉर वीमेन, झाड़ साहिब अपनी प्रिंसिपल डॉ. राजिंदर कौर के नेतृत्व में विद्यार्थियों की पढ़ाई, सांस्कृतिक गतिविधियों और अनुशासन की जीवंत तस्वीर प्रस्तुत करता है। झाड़ साहिब गांव में लगभग 50 वर्ष पहले स्थापित इस संस्था में अब लुधियाना, रूपनगर और फतेहगढ़ साहिब जिलों के गांवों और शहरों से छात्राएं शिक्षा ग्रहण करने आती हैं। कॉलेज में गज़ब का अनुशासन देखने को मिलता है। लगभग 700 छात्राएं क्लासों में होती हैं। एक विशेष भेंट में प्रिंसिपल डॉ. राजिंदर कौर ने बताया कि कॉलेज में शैक्षणिक पढ़ाई के साथ-साथ छात्राओं
को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कौशल आधारित पाठ्यक्रम भी सिलेबस का हिस्सा हैं, ताकि वे कॉलेज से पासआउट होने के बाद स्वरोजगार स्थापित कर सकें। उन्होंने कहा कि कॉलेज का मुख्य उद्देश्य छात्राओं के व्यक्तित्व निर्माण और मानसिक मजबूती पर ज़ोर देना है। इस उद्देश्य की पूर्ति हेतु समय-समय पर सेमिनार आयोजित किए जाते हैं, जिनमें विषय विशेषज्ञों के साथ छात्राओं की बातचीत करवाई जाती है।
छात्राओं को आगे बढ़ने के अवसर उपलब्ध करवाने हेतु उन्हें यूपीएससी, पीपीएससी और न्यायिक परीक्षाओं की तैयारी के लिए निशुल्क कोचिंग प्रदान की जाती है। प्रिंसिपल ने बताया कि कॉलेज में ‘आईसीटी लैब’, स्मार्ट क्लास रूम्स, आधुनिक उपकरणों से युक्त प्रयोगशालाएं, सोलर पैनल और वाई-फाई कैंपस जैसी सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई हैं। उन्होंने बताया कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के डायरेक्टरेट ऑफ एजुकेशन के अंतर्गत विद्यार्थियों के साथ-साथ स्टाफ के लिए भी फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम चलाए जा रहे हैं। एक खास बात यह है कि कॉलेज के सभी अध्यापक उच्च योग्यता प्राप्त और अपने विषयों के विशेषज्ञ हैं। डॉ. राजिंदर कौर ने बताया कि कॉलेज की प्रगति को शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी और सचिव (शिक्षा) सुखमिंदर सिंह से भरपूर प्रोत्साहन मिल रहा है। कॉलेज में छात्रावास (होस्टल) के लिए एक नई इमारत का निर्माण कार्य प्रगति पर है।