मुख्य समाचारदेशविदेशखेलपेरिस ओलंपिकबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाआस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकी रायफीचर
Advertisement

फर्जी की चमक में झक्कास मुल्क

02:16 PM Aug 09, 2022 IST

आलोक पुराणिक

Advertisement

भारत महान है। मतलब इसमें किसी को शक हो, थोड़ा गहराई से इधर-उधर देख ले, तो पता लग जायेगा। गुजरात में फर्जी आईपीएल टूर्नामेंट आयोजित किया गया, उस पर असली सट्टा लगाया गया। विदेशों से सट्टा खेलने वालों ने रकम लगायी। पुलिस ने पकड़ कर बाद में साफ किया कि आईपीएल फर्जी था, बेवकूफ असली थे। कमाल के लोग हैं साहब। आईपीएल के नाम पर ग्लोबल चूना लगा सकते हैं। विदेशी अपने आप को बहुत इंटेलिजेंट समझते हैं लो। आओ देखो गुजरात के महारथियों को, पूरा फील्ड सजा दिया। सब कुछ चलता रहा, ठीक बाद में कुछ मतभेद हो गया कारोबारियों में, तो पकड़ लिये गये। फर्जी कारोबार पूरी सहमति और ईमानदारी से होता है, अगर कहीं असहमति और बेईमानी आ जाये, तो धर-पकड़ हो जाती है।

बीसीसीआई को आईपीएल के असली संस्करणों के साथ-साथ आईपीएल के फर्जी संस्करणों का भी कुछ जुगाड़ कर लेना चाहिए। चाईनीज कारोबारी यह काम बखूबी करते हैं। एक ही कारोबारी दो कंपनियां खोल लेता है। दोनों ही मोबाइल बनाती हैं। बंदा समझता है कि उसने उस कंपनी का नहीं, इस कंपनी का ब्रांड खरीदा है। बाद में पता लगता है कि यह कंपनी भी उसी कारोबारी की है। सब फोन चाइना के हैं। भारत में 10 में 7 स्मार्ट फोन चीन के ही हैं। पाकिस्तान के खिलाड़ी रोते-किलसते रहते हैं कि हाय हमें न खिलाते आईपीएल में। आईपीएल के ऐसे फर्जी संस्करण खोल दिये जायें, पाकिस्तानी खिलाड़ियों को खिलाया जाये इसमें। सट्टेबाजी की रकम का वितरण भी उनमें किया जाये। बेईमानी की रकम ईमान से खानी चाहिए।

Advertisement

डर दूसरा यह कि देश में बहुत कुछ नकली है। कार ड्राइविंग के लाइसेंस के लिए लाइसेंस दफ्तर जाता हूं कोई सुनवाई नहीं होती। हालांकि सारे प्रोसीजर सेट हैं। पर कोई न सुनता। बीच के किसी कंसल्टेंट को पकड़ लो, कुछ रकम थमा दो, सब सेट हो जाता है। पहले रिश्वत का लेन-देन करने वाले को बिचौलिया कहा जाता था, अब उसे कंसल्टेंट कहा जाता है। प्रोसीजर, नियम सारे फर्जी हैं, सिर्फ कंसल्टेंट असली है। ये लाइसेंस दफ्तर भी लगता है कि गुजरात के वो टूर्नामेंट वाले चलाते हैं या कहें कि ये लाइसेंस दफ्तर वाले ही गुजरात जाकर फर्जी आईपीएल टूर्नामेंट करवा रहे हैं। फर्जी की चमक इस मुल्क में इस कदर झक्कास है कि असली उसके आगे बहुत फीका लगता है। फर्जी ऐसे असली लगेंगे कि असली वाले चीख-चीखकर कहेंगे कि हम हैं असली। हमारी सुनो। फर्जी के रेवेन्यू इतने बड़े हो सकते हैं कि असली आईपीएल उसके आगे शर्मा जाये। हमें नकली आईपीएल की शुरुआत करनी चाहिए कि पाकिस्तान के लोगों से उसके बारे में सलाह करनी चाहिए। पाकिस्तानी फर्जीवाड़े के घणे एक्सपर्ट हैं। ये एक ही मुल्क को एक साथ अमेरिका और चीन दोनों को बेच सकते हैं।

Advertisement
Tags :
झक्कासफर्जीमुल्क