जयराम ने सरकार पर लगाया युवाओं से धोखा करने का आरोप
शिमला, 2 मई (हप्र)
हिमाचल प्रदेश की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार ने राज्य में कॉन्ट्रेक्ट भर्तियों पर पूर्ण रोक लगा दी है। इस संबंध में सरकार ने सभी विभागों और भर्ती एजेंसियों को बाकायदा पत्र लिखा है। हालांकि सरकार ने इस पत्र में यह स्पष्ट नहीं किया है कि प्रदेश में रेगुलर भर्तियां कब से शुरू की जाएगी। ऐसे में विपक्षी दल भाजपा ने इस सारे मामले पर भौहें चढ़ा ली हैं। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने शुक्रवार को शिमला में कहा कि सरकार द्वारा कॉन्ट्रेक्ट भर्तियों पर रोक लगाने से न सिर्फ भविष्य में भर्तियां निकलने का रास्ता बंद हो गया है बल्कि जो भर्तियां रूटीन में चली हुई हैं वह भी रुक गई हैं। प्रदेश भर के युवा इंतजार कर रहे हैं कि सरकार नए आदेश जारी करे जिससे भर्तियां शुरू हो सकें।
जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार बताए कि नए आदेश कब तक जारी होंगे। जिस तरह से सरकार ने लगभग दो साल तक कर्मचारी चयन आयोग को भंग रखकर युवाओं को बेरोजगार रखा। क्या इसी तरीके से फिर से कॉन्ट्रैक्ट भर्तियों पर रोक लगाकर सरकार युवाओं को बेरोजगार रखना चाहती है। उन्होंने कहा कि कॉन्ट्रैक्ट भर्तियों पर इस तरह से रोक लगाना नौकरियां न देने और युवाओं को बेरोजगार रखने की यह सरकार की साजिश है। सुक्खू सरकार प्रदेश भर में युवाओं को एक लाख नौकरी पहली कैबिनेट में और 5 लाख नौकरियां पूरे 5 साल में देने की गारंटी देकर सत्ता में आई है। लेकिन सरकार का हर काम लोगों को नौकरी से निकालना, लोगों की नौकरी छीनना और लोगों को नौकरी न लगने देने जैसी साजिशों को करने से जुड़ा हुआ है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार अपनी गारंटियों को पूरी तरह भूल चुकी है। पहली कैबिनेट में एक लाख सरकारी नौकरियां, प्रदेश की 18 से 59 साल की महिला को हर महीने 1500 रुपए देना, स्टार्ट अप फंड, दूध और गोबर खरीद जैसी गारंटियों पर अब सरकार का कोई मंत्री बात नहीं करता है। अब तो कांग्रेस के नेता और मंत्री अपनी गारंटी से सीधे मुकर जाते हैं। वह खुलेआम कहते हैं कि हमने पहली कैबिनेट में एक लाख सरकारी नौकरियां और 5 लाख नौकरियां देने की बात कब की थी। कांग्रेस के नेता और सरकार के मंत्री ये भूल रहे हैं कि आज के जमाने में इस तरह का यू टर्न मारना इतना आसान नहीं है। उनकी झूठी गारंटियों को हम न सरकार को भूलने देंगे और न ही प्रदेश के लोगों को।