जगदीश सिंह झींडा ने सदस्य पद से त्यागपत्र देने का किया ऐलान, चंद घंटों में घोषणा ली वापस
कुरुक्षेत्र, 20 जनवरी (हप्र)
हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी के पूर्व प्रधान जगदीश सिंह झींडा ने सोमवार को डेरा कार सेवा में प्रेस वार्ता कर सदस्य पद से त्यागपत्र देने का ऐलान कर दिया और उपायुक्त कार्यालय कुरुक्षेत्र में त्यागपत्र देने के लिए रवाना हो गए। मगर कुछ ही घंटों के बाद उन्होंने त्यागपत्र देने का फैसला वापस ले लिया।
जगदीश सिंह झींडा ने रविवार को हुए चुनाव में करनाल के वार्ड नंबर 18 हलका असंध से जीत हासिल की थी। उन्होंने अपने त्यागपत्र का कारण कम संख्या बल को बताया था। झींडा ने बताया कि उन्होंने चुनाव में 21 वार्ड में उम्मीदवार खड़े किए थे, जिनमें से 9 वार्डों में जीत हासिल हुई। उनका कहना है कि उन्होंने एचएसजीएमसी के लिए लंबा संघर्ष किया, लेकिन हरियाणा की सिख संगत से उन्हें अपेक्षित समर्थन नहीं मिला। उन्होंने कहा कि वे अपना त्यागपत्र राज्यपाल के नाम उपायुक्त को सौंपेंगे।
इसके बाद जब यह समाचार सोशल मीडिया पर फैला, तो झींडा के समर्थक उपायुक्त कार्यालय पहुंचे और वहां पहुंच कर जगदीश सिंह झींडा को त्यागपत्र देने से रोका। झींडा के समर्थकों की बैठक दोपहर बाद डेरा कार सेवा में हुई। बैठक के बाद झींडा ने त्यागपत्र देने के फैसले को वापस लेते हुए बताया कि समर्थकों की भावना मेरे त्यागपत्र से आहत हुई है, इसलिए वे भविष्य में कभी त्यागपत्र बारे सोचेंगे भी नहीं। सभी सदस्य मिलकर गुरु घरों की लड़ाई लड़ेंगे। झींडा ने कहा कि प्रधान पद के लिए रणनीति बनाएंगे और अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।