54 लाख मीट्रिक टन के बाद धान की खरीद बंद करना दुर्भाग्यपूर्ण
डबवाली, 17 नवंबर (निस)
पूर्व विधायक अमित सिहाग ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार ने सिर्फ 54 लाख मीट्रिक टन खरीद के बाद ही धान की खरीद बंद कर दी है, लेकिन इसके विपरीत सरकार ने 60 लाख मीट्रिक टन धान खरीद का कोटा निर्धारित किया हुआ है। मुख्यमंत्री द्वारा किसानों की फसल का दाना-दाना खरीदे जाने के दावों के बीच धान खरीदने से पीछे हट जाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
पूर्व विधायक ने कहा कि मौजूदा परिस्थितियों में किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए काट देनी पड़ रही है, जबकि भाजपा किसानों की आमदनी दोगुनी करने के दावे करती आ रही है। सरकार ने चुनाव के दौरान 3100 रुपए प्रति क्विंटल धान खरीदने का वायदा किया था, लेकिन सत्ता में आते ही सरकार अपना चुनावी वायदा भूल गई है और अब 3100 रुपए की बजाय एमएसपी पर भी धान की खरीद नहीं हो रही। अमित सिहाग ने कहा कि सर्दियों का मौसम शुरू हो गया है और धुंध तथा ओस के चलते धान की फसल में नमी की मात्रा बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि मौसम के मद्देनज़र तय मापदंड 17 फीसदी नमी में सरकार को ढील देते हुए किसानों की धान की खरीद करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को बिना देरी किए धान खरीद की तारीख बढ़ाते हुए निर्धारित कोटे से बची 6 लाख मीट्रिक धान को खरीदने के साथ ही किसानों की पूरी धान की खरीद करनी चाहिए ताकि किसानों को आर्थिक हानि न हो।
पूर्व विधायक ने कहा कि सरकार ने किसानों को वैकल्पिक खेती करने का सुझाव दिया था। जिसे बहुत से किसानों ने मानते हुए इस बार मूंग की फसल की बिजाई की, लेकिन दुर्भाग्य है कि डबवाली में मूंग की खरीद के लिए कोई केंद्र ही नहीं है और सिरसा में हैफड ने खरीद करने से मना कर दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार को खुद की कही बातों पर ध्यान देते हुए किसानों की मूंग की फसल की तुरंत खरीद करनी चाहिए ताकि किसानों को परेशानी ना हो।