संविधान को बचाने की जिम्मेदारी हम सबकी : हिम्मत सिंह
अम्बाला शहर, 2 सितंबर (हप्र)
यूथ कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव हिम्मत सिंह ने रविदास बस्ती में संविधान सम्मान सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि सिर्फ संविधान ही है जो सबकी रक्षा की बात करता है।
उन्होंने कहा कि संविधान गरीब, किसान और मजदूरों का प्रोटेक्शन है जिसे बचाने की जिम्मेदारी हम सबकी है। संविधान के सम्मान के लिए हमारे नेता राहुल गांधी भी लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने जातीय जनगणना की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि देश में ओबीसीए दलित और आदिवासी वर्गों की भागीदारी को सुनिश्चित करने के लिए यह जरूरी है।
हिम्मत सिंह ने कहा कि बिना जनगणना के देश की 100 फीसदी आबादी की सही भागीदारी सुनिश्चित करना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि भाजपा जातीय जनगणना में सिर्फ ओबीसी लिखने की बात कह रही है लेकिन उनकी मांग है कि हर वर्ग की अलग अलग गणना होनी चाहिए। इससे यह पता चल सकेगा कि कौन सा वर्ग कितनी आबादी रखता है और उसकी भागीदारी कितनी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बिना आबादी का सही आंकड़ा जाने, नीतियां बनाना व्यर्थ है। उन्होंने कहा कि भारत की 50 फीसदी आबादी ओबीसी वर्ग की है लेकिन उनकी भागीदारी को नजरअंदाज किया गया है। उन्होंने कहा कि सच्चाई के आधार पर ही नीतियां बनाई जानी चाहिए वरना उनका कोई मतलब नहीं होगा। जातीय जनगणना को वह इस दिशा में पहला कदम मानते हैं। हिम्मत ने आरोप लगाया कि देश की 90 फीसदी आबादी को पूरी तरह नजरअंदाज किया जा रहा है और सिर्फ 10 फीसदी लोगों के लिए ही सब कुछ सीमित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना की मांग पर सवाल उठाने वालों पर देश को बांटने का आरोप लगाया जाता है जो गलत है। उन्होंने यह भी कहा कि वह जातीय जनगणना को लेकर राजनीति नहीं कर रहे हैं बल्कि यह उनके मिशन का हिस्सा है और वह इससे पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा दलित विरोधी सरकार है और भाजपा ने कांग्रेस के द्वारा दलितों के लिए चलाई गई योजनाओं को बंद कर दिया।
उन्होंने कहा कि दलितों को 100-100 गज के प्लाट देने का कार्य पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने किया था और उसके बाद मुख्यमंत्री भूपेन्द्र हुड्डा ने किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही दलितों के लिए योजनाएं चलाई जाएंगी