छात्रों को सर्वांगीण विकास के लिए तैयार करना जरूरी
जितेंद्र अग्रवाल/हप्र
अम्बाला शहर, 13 नवंबर
ट्रिब्यून समाचार पत्र समूह ने चितकारा विश्वविद्यालय के सहयोग से बुधवार को अम्बाला में ‘भारतीय शिक्षा प्रणाली में आमूलचूल परिवर्तन: बढ़ती अपेक्षाएं’ विषय पर सेमिनार आयोजित किया। इसमें अम्बाला, कैथल और कुरुक्षेत्र जिलों के 40 से अधिक शिक्षक, स्कूल समन्वयक, प्रिंसिपल और निदेशक शामिल हुए।
मनोवैज्ञानिक और करियर काउंसलर आदि गर्ग सेमिनार के मुख्य वक्ता थे जिन्होंने शिक्षकों से शिक्षा प्रणाली में एडटेक की भूमिका का उपयोग करके भविष्य के लिए तैयार भारत बनाने का आह्वान किया। आसान भाषा में शिक्षकों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में सुलभता, सामर्थ्य, जवाबदेही का उपयोग करके शिक्षित करने, प्रबुद्ध करने और सशक्त बनाने बारे कहा गया है। हमें प्रौद्योगिकी का विश्लेषण और उपयोग करके बदलाव को अपनाना होगा, चीजों को बदलने के लिए नहीं बल्कि समाज की बेहतरी के लिए परिवर्तनकारी सामग्री का उपयोग करना होगा।
शिक्षा प्रणाली में एनईपी सहित आ रहे हैं बदलाव: सोनाली शर्मा
हेडवे वर्ल्ड स्कूल पेहोवा की प्रिंसिपल हरप्रीत कौर सोढ़ी ने कहा कि इस तरह के आयोजन प्रिंसिपलों को स्कूलों को अधिक कुशलता से चलाने, आवश्यक बदलाव लाने और विकास के मापदंडों को बढ़ाने में मदद करते हैं। बदलाव को अपनाना और विकास की ओर बढ़ना अच्छा है। चमन वाटिका गुरुकुल अंबाला की प्रिंसिपल सोनाली शर्मा ने कहा कि वर्तमान शिक्षा प्रणाली में एनईपी सहित कई बदलाव आ रहे हैं और इस तरह के आयोजनों और चर्चाओं से हमें शिक्षा में नए रुझानों के बारे में भी पता चलता हैं। आईजी पब्लिक स्कूल कैथल के समन्वयक गुलशन सैनी ने कहा कि मुख्य वक्ता ने प्रबंधन, प्रिंसिपल और समन्वयकों के सामने आने वाली समस्याओं के लिए कुछ महत्वपूर्ण विचार और वैकल्पिक समाधान दिए हैं। एमएम इंटरनेशनल सदोपुर की समन्वयक निष्ठा दुआ ने कहा कि भारतीय शिक्षा प्रणाली में आमूलचूल परिवर्तन, शैक्षिक परिदृश्य में हमारे आसपास बढ़ती अपेक्षाओं के बारे में यह कार्यक्रम बहुत अच्छा था।
विश्वविद्यालय द्वारा अपनाई गई कार्यप्रणाली साझा की
चितकारा यूनिवर्सिटी की निदेशक प्रीति चौधरी ने विद्यार्थियों के लिए गुणवत्तापूर्ण शैक्षणिक माहौल सुनिश्चित करने के लिए विश्वविद्यालय द्वारा अपनाई गई कार्यप्रणाली साझा की और कहा कि प्रत्येक विद्यार्थी महत्वपूर्ण है। चितकारा एक शोध आधारित विश्वविद्यालय है और हम जो भी करते हैं, दिल से करते हैं। हम केजी से लेकर उच्चतम स्तर की शिक्षा में योगदान दे रहे हैं। उन्होंने शिक्षकों को औद्योगिक और अंतर्राष्ट्रीय सहयोगए बुनियादी ढांचे और विद्यार्थियों के लिए सुविधाओं के बारे में भी जानकारी दी। कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप में मौजूद हरियाणा प्रोग्रेसिव स्कूल कांफ्रेंस के जोनल अध्यक्ष प्रशांत मुंजाल ने कहा कि वे इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए ट्रिब्यून को बधाई देते हैं, यह एक बेहतरीन पहल है क्योंकि इस तरह के आयोजन समय की मांग हैं।