रोजमर्रा के आहार में फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थ शामिल करना जरूरी : सोंद
मनीमाजरा (चंडीगढ़), 10 जून (हप्र)
भारत में कुपोषण को दूर करने के उद्देश्य से एक अभूतपूर्व पहल के तहत चंडीगढ़ में ‘अनलॉकिंग मार्केट पोटेंशियल: एडवांसिंग फोर्टिफाइड राइस इन पंजाब’ नामक कार्यक्रम किया गया। मुख्य अतिथि पंजाब के उद्योग और वाणिज्य मंत्री तरुणप्रीत सिंह सोंद के साथ-साथ स्वास्थ्य और पोषण क्षेत्र की प्रमुख हस्तियां शामिल थीं। इनमें एम्स, नई दिल्ली में प्रसूति एवं स्त्री रोग की प्रोफेसर डॉ. नीना मल्होत्रा, आनंद एग्रो इंडस्ट्रीज के निदेशक विशाल गुप्ता और जिंदल राइस मिल्स के सहसंस्थापक अंकित जिंदल और मिलर्स फॉर न्यूट्रिशन इंडिया के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे। कार्यक्रम में पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और जम्मू और कश्मीर के प्रमुख मिल मालिक, साथ ही खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र के सदस्य, पोषण अधिवक्ता और विकास पेशेवरों ने भी शिरकत की। पंजाब के मंत्री तरुणप्रीत सिंह सोंद ने कार्यक्रम में कुपोषण से निपटने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हम सरकारी योजनाओं में फोर्टिफाइड चावल के वितरण को बढ़ाते हैं, खुदरा उपभोक्ताओं तक इन लाभों को पहुंचाने के लिए इस तरह की पहल आवश्यक है।
मंत्री सोंद ने कहा कि एनीमिया की रोकथाम पर राष्ट्रीय कार्यक्रमों के बावजूद, एनीमिया के प्रसार में कमी नहीं आई है। इसलिए आयरन और फोलिक एसिड की गोलियों के साथ पूरकता से आगे बढ़ने की सख्त जरूरत है। सूक्ष्म पोषक तत्वों के साथ मुख्य खाद्य पदार्थों को मजबूत करना एक अच्छा विकल्प है, जिसके बड़े पैमाने पर एनीमिया में सुधार के सिद्ध लाभ हैं। मुख्य खाद्य पदार्थों गेहूं के आटे, चावल या खाद्य तेलों को आवश्यक सूक्ष्म पोषक तत्वों से मजबूत बनाने से भारत में पुरुषों के पोषण और स्वास्थ्य में सुधार होगा। सोंद ने एनीमिया के जोखिम को कम करने और स्वस्थ गर्भधारण का समर्थन करने के लिए रोजमर्रा के आहार में फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थों को शामिल करने पर जोर दिया।