महंगाई में रोटी का जुगाड़ करना मुश्किल
करनाल, 3 जुलाई (हप्र)
जनवादी महिला समिति ने बीपीएल परिवारों को दिए जाने वाले सरसों के तेल की कीमतों में बढ़ोतरी पर गहरी चिंता प्रकट की है। हरियाणा सरकार से इस बढ़ोतरी को वापस लेने की मांग की है।
जनवादी महिला समिति की जिला अध्यक्ष ममतेश, सचिव जराशो शर्मा व कोषाध्यक्ष गीता ने भाजपा सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि एक तरफ बढ़ती बेरोजगारी ओर दूसरी तरफ महंगाई ने आम आदमी के लिए दो वक्त की रोटी का जुगाड़ करना मुश्किल कर दिया है। यहां तक कि पिछले कुछ सालों से अनाज, दाल, तेल, दूध, सब्जियां आदि जरूरी चीजों की कीमतों में 24 से लेकर 120 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हुई है। पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस की कीमत लगातार बढ़़ रही हैं। देश में भूख और कुपोषण की स्थिति बेहद गंभीर है। वैश्विक भूख सूचकांक के 2024 के अनुसार भारत 127 देशों में 105वें स्थान पर है। फिर भी भाजपा सरकार ने राष्ट्रीय खाद्य-सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत मिलने वाली सुविधाओं में 40 प्रतिशत का बजट काट दिया है। अब हरियाणा सरकार द्वारा राशन की दुकान पर मिलने वाले 2 लिटर सरसों के तेल की कीमत 40 रूपये से बढ़ाकर 100 कर देना सरकार का गरीब विरोधी चेहरा सामने आया है। जबकि पहले भी हरियाणा सरकार द्वारा चीनी की मात्रा घटा दी गई। दाल, चावल बंद कर दिए गए हैं। 35 किलो अनाज की मात्रा को घटकर 5 किलो प्रति व्यक्ति कर दिया गया है।