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इस्राइल का जमीनी और अमेरिका का हवाई हमला

08:42 AM Oct 28, 2023 IST
गाजा पट्टी में शरणार्थी शिविर में शुक्रवार को इस्राइली बमबारी के बाद तबाही के मंजर में अपनों को लताशते लोग। - प्रेट्र

दीर अल बलाह, 27 अक्तूबर (एजेंसी)
हमास-शासित क्षेत्र गाजा में इस्राइली बलों ने दो दिन में दूसरी बार जमीनी हमले किये और शहर के बाहरी इलाकों को निशाना बनाया। इस दौरान अमेरिका के लड़ाकू विमानों ने भी पूर्वी सीरिया में कुछ स्थानों पर हमले किए। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के कार्यालय पेंटागन ने बताया कि ईरान की रेवोल्यूशनरी गार्ड कोर (आईआरजीसी) से जुड़े ठिकानों पर हमले किए गए। ये हवाई हमले क्षेत्र में गत सप्ताह अमेरिकी सैन्य अड्डों और कर्मियों पर किए ड्रोन तथा मिसाइल हमलों के जवाब में किए गए। इससे गाजा युद्ध को लेकर तनाव और बढ़ गया है।
गाजा में भीषण घेराबंदी से वहां भोजन, पानी तथा दवाएं खत्म हो रही हैं। इस्राइली सेना ने बताया कि जमीनी बलों ने गाजा में हमला कर दर्जनों उग्रवादी ठिकानों को निशाना बनाया। उसने बताया कि इस दौरान विमानों और तोपों से गाजा शहर के बाहरी इलाके शिजैयाह में बमबारी की गई। सेना ने बताया कि सैन्यकर्मी हमलों को अंजाम देने के बाद इलाके से बिना किसी नुकसान के बाहर आ गए।

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मलबे में हजार शव

डब्ल्यूएचओ के अधिकारियों ने दावा किया है कि बमबारी के कारण मलबे के ढेर में एक हजार शव दबे पड़े हैं जिनका अभी तक पता ही नहीं चल पाया है।

एफ-16 लड़ाकू विमानों से हथियारों के भंडारों पर निशाना

अमेरिकी सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, दो एफ-16 लड़ाकू विमानों ने बोउकमाल के समीप, आईआरजीसी से जुड़े हथियार तथा गोला बारूद के भंडार पर हमले किए। एक वरिष्ठ रक्षा अधिकारी ने बताया कि इन ठिकानों को इसलिए निशाना बनाया गया क्योंकि अमेरिकी सैन्य अड्डों और कर्मियों पर हमलों में जिन हथियारों का इस्तेमाल किया गया था, आईआरजीसी ने उनका भंडारण यहां किया हुआ था। पेंटागन के अनुसार, 17 अक्तूबर से अब तक इराक में अमेरिकी सैन्य अड्डों और कर्मियों पर 12 और सीरिया में चार हमले किए गए हैं। अमेरिका के 21 कर्मी घायल हुए हैं।

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मॉस्को में हमास प्रतिनिधियों से मिले ईरान के मंत्री

मॉस्को : ईरान के राजनीतिक मामलों के उप विदेश मंत्री ने मॉस्को में फलस्तीनी गुट हमास के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। रूस की सरकारी समाचार एजेंसी ‘तास’ ने यह खबर दी। इस्राइल ने रूस के कदम को ‘आतंकवाद का समर्थन करने वाला कृत्य’ करार दिया। इस्राइल की आलोचना पर क्रेमलिन (रूसी राष्ट्रपति कार्यालय) ने कहा कि मॉस्को सभी पक्षों से आवश्यक संपर्क बनाए रखने में विश्वास करता है।

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